मालवा और निमाड़ अंचल में सौर ऊर्जा को लेकर उपभोक्ताओं में जबरदस्त उत्साह देखने को मिल रहा है। पिछले 14 महीनों में 15,000 से ज्यादा बिजली उपभोक्ताओं ने अपने घरों पर रूफटॉप सोलर नेट मीटर लगवाकर स्वच्छ ऊर्जा को अपनाया है। पीएम सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना के तहत अब तक 12,000 से अधिक उपभोक्ताओं के बैंक खातों में 90 करोड़ रुपये से अधिक की सब्सिडी सीधे डीबीटी के माध्यम से जमा की जा चुकी है।
मध्यप्रदेश पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के प्रबंध निदेशक श्री अनूप कुमार सिंह ने बताया कि योजना का मालवा और निमाड़ अंचल में प्रभावी क्रियान्वयन हो रहा है। इंदौर शहर इस मामले में सबसे आगे है, जहां अब तक 16,000 स्थानों पर सोलर पैनल लगाए जा चुके हैं। कंपनी क्षेत्र में कुल 30,500 उपभोक्ता अब तक सौर ऊर्जा को अपना चुके हैं।
'पीएम सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना' के तहत सौर ऊर्जा संयंत्र लगाने पर प्रथम और द्वितीय किलोवाट पर ₹30,000-₹30,000, तथा तृतीय किलोवाट पर ₹18,000 की सब्सिडी प्रदान की जाती है। इस प्रकार तीन किलोवाट तक के संयंत्र पर अधिकतम ₹78,000 तक की सहायता उपलब्ध कराई जा रही है। तीन किलोवाट से अधिक क्षमता के संयंत्र भी लगाए जा सकते हैं, लेकिन सब्सिडी की सीमा ₹78,000 तक ही सीमित है।
प्रबंध निदेशक श्री सिंह ने बताया कि योजना के तहत प्रकरणों की स्वीकृति तेजी से की जा रही है, जिससे उपभोक्ता प्रोत्साहित होकर अपने घरों की छतों पर सोलर पैनल लगवा रहे हैं और अपनी आवश्यकता की बिजली खुद तैयार कर रहे हैं। यह कदम कोयला आधारित ऊर्जा पर निर्भरता कम करने और पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है।
जिलावार सोलर संयंत्र स्थापना की स्थिति:
सौर ऊर्जा उत्पादन अब ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में एक व्यवहारिक विकल्प बनता जा रहा है। यह पहल न केवल उपभोक्ताओं को आर्थिक लाभ दे रही है, बल्कि हरित ऊर्जा के प्रसार में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।
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