आज देशभर की प्रमुख हरी मिर्च मंडियों में दामों में जबरदस्त उतार-चढ़ाव देखने को मिला। कहीं भाव ₹1,200 प्रति क्विंटल से भी नीचे रहे, तो कहीं महाराष्ट्र की पारशिवनी मंडी में यह ₹8,000 प्रति क्विंटल के रिकॉर्ड स्तर पर पहुँच गए। गुजरात, हरियाणा और महाराष्ट्र की कई मंडियों में उच्च गुणवत्ता और कम आवक ने दामों को आसमान पर पहुँचा दिया, जबकि सूरत और राजकोट जैसी बड़ी मंडियों में भारी आवक के कारण भाव संतुलित बने रहे। ऐसे में टुडे मंडी भाव और लेटेस्ट मंडी प्राइस की सही जानकारी किसानों के लिए बेहद जरूरी है, ताकि वे अपनी फसल सही समय और सही जगह बेचकर अधिक मुनाफा कमा सकें।
राज्य / मंडी | आवक (टन) | किस्म | न्यूनतम भाव (₹/क्विंटल) | अधिकतम भाव (₹/क्विंटल) |
गुजरात | ||||
भरुच | 3.88 | अन्य | 2000 | 3000 |
बिलिमोरा | 1 | अन्य | 5000 | 6000 |
डामनगर | 0.04 | हरी मिर्च | 1200 | 2000 |
खंभात | 0.4 | अन्य | 5000 | 6000 |
मानसा | 2 | अन्य | 3000 | 4000 |
नवसारी | 3.4 | हरी मिर्च | 3000 | 6000 |
पादरा | 1.5 | हरी मिर्च | 4000 | 5000 |
राजकोट | 59 | हरी मिर्च | 1250 | 3750 |
सूरत | 72 | अन्य | 2500 | 6000 |
तलालागिर | 0.58 | अन्य | 2000 | 4500 |
हरियाणा | ||||
गन्नौर | 0.4 | हरी मिर्च | 5000 | 6000 |
नारनौल | 1 | हरी मिर्च | 3000 | 6000 |
रायपुर राय | 0.05 | अन्य | 2200 | 2400 |
समालखा | 0.6 | हरी मिर्च | 5800 | 5800 |
शाहबाद | 0.39 | हरी मिर्च | 3000 | 6000 |
महाराष्ट्र | ||||
छत्रपति संभाजीनगर | 5.7 | अन्य | 3000 | 4500 |
कराड | 0.3 | अन्य | 4000 | 4500 |
पारशिवनी | 0.4 | अन्य | 7000 | 8000 |
पुणे | 44.3 | अन्य | 2000 | 4500 |
पुणे (मोशी) | 13.1 | अन्य | 4000 | 4500 |
श्रीरामपुर | 2.4 | अन्य | 3000 | 4000 |
मध्य प्रदेश | ||||
जावरा | 0.32 | हरी मिर्च | 3000 | 5000 |
आज हरी मिर्च का सबसे ऊँचा भाव महाराष्ट्र के पारशिवनी में ₹8,000 प्रति क्विंटल दर्ज हुआ, जबकि न्यूनतम भाव गुजरात के डामनगर में ₹1,200 रहा।
गुजरात के बिलिमोरा, खंभात और नवसारी जैसी मंडियों में ₹6,000 तक का भाव बना रहा, जिससे संकेत मिलता है कि उच्च गुणवत्ता और सीमित आवक ने दामों को मजबूती दी।
आवक के मामले में सूरत (72 टन) और राजकोट (59 टन) सबसे आगे रहे, जिससे इन बाजारों में भाव अपेक्षाकृत संतुलित रहे। वहीं, डामनगर, रायपुर राय और पारशिवनी जैसी मंडियों में 1 टन से भी कम आवक दर्ज की गई, जिससे वहां दाम ऊँचे रहे।
किसानों के लिए सुझाव:
ये भी पढ़ें- लहसुन मंडी रेट आज का (11 अगस्त, 2025)