मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री द्वारा जिले के औद्योगिक क्षेत्र में ग्रीन हाइड्रोजन निर्माण इकाई का भूमि-पूजन किया। उन्होंने कहा कि यह परियोजना नई औद्योगिक क्रांति, नई ऊर्जा क्रांति और नए मध्यप्रदेश की मजबूत नींव साबित होगी। कभी बीहड़ों के लिए चर्चित रहा मुरैना अब कृषि के साथ-साथ औद्योगिक हब के रूप में उभर रहा है।
मुख्यमंत्री ने बताया कि कोरिया और ब्रिटेन की अग्रणी कंपनियों के सहयोग से बनने वाली यह इकाई निकट भविष्य में ग्रीन हाइड्रोजन उत्पादन और बैटरी एनर्जी स्टोरेज जैसी आधुनिक तकनीक से देश को जोड़ेगी। लगभग 500 युवाओं को प्रत्यक्ष रोजगार और कई अप्रत्यक्ष रोजगार अवसर इस परियोजना से उपलब्ध होंगे। सात एकड़ में बनने वाली यह फैक्ट्री देश की ग्रीन एनर्जी क्षमता को नई दिशा देगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत आज वैश्विक मंच पर मार्गदर्शक राष्ट्र की भूमिका निभा रहा है। जी20 की सफल अध्यक्षता, अंतरराष्ट्रीय आर्थिक कॉरिडोर और फ्री ट्रेड समझौते इस बात के प्रमाण हैं। उन्होंने कहा कि मेक इन इंडिया, स्टार्टअप इंडिया और आत्मनिर्भर भारत जैसे अभियानों ने भारत को 21वीं सदी की वैश्विक विकास यात्रा का इंजन बना दिया है।
कृषि आधारित उद्योगों को भी बढ़ावा:
डॉ. यादव ने कहा कि राज्य सरकार किसानों को उनके उत्पादों का बेहतर मूल्य दिलाने और कृषि आधारित उद्योगों को प्रोत्साहित करने के लिए प्रतिबद्ध है। साथ ही दुग्ध उत्पादन और दुग्ध उत्पादों की राष्ट्रीय ब्रांडिंग व मार्केटिंग पर भी विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
प्रदेश बना रहा औद्योगिक उपलब्धियों के नए कीर्तिमान मुख्यमंत्री के नेतृत्व में प्रदेश औद्योगिक क्षेत्र में लगातार नए कीर्तिमान स्थापित कर रहा है। उन्होंने बताया कि हाल ही में ग्वालियर में हुए रीजनल टूरिज्म कॉन्क्लेव में 3,500 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए।