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वाह! अब विदेश में भी बजेगा अपने लखनऊ के दशहरी आम का डंका, यूपी सरकार ने उठाया बड़ा कदम

दशहरी आम
दशहरी आम

उत्तर प्रदेश और देश के अन्य राज्यों में आज भी लगभग 80 फीसदी लोग दशहरी आम का स्वाद सबसे अधिक पसंद करते हैं। बाजार में आम खरीदते समय उपभोक्ताओं की पहली पसंद अक्सर दशहरी ही होती है। हालांकि, नई-नई किस्मों के आम बाजार में आने से प्रतिस्पर्धा बढ़ी है, फिर भी लखनऊ के मलीहाबाद का दशहरी आम अपनी अनूठी सुगंध और स्वाद के लिए देश-विदेश में लोकप्रिय बना हुआ है।

आम उत्पादन की गुणवत्ता और निर्यात पर फोकस:

आम की खेती को और अधिक लाभदायक और अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप बनाने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। राज्य के उद्यान विभाग की ओर से गुड एग्रीकल्चरल प्रैक्टिसेज (GAP) के प्रयोग, IndGAP सर्टिफिकेशन और मॉडल फार्मों की स्थापना के लिए एक पायलट प्रोजेक्ट शुरू किया जा रहा है। इस परियोजना की शुरुआत राजधानी लखनऊ क्षेत्र से की जाएगी, जिसका उद्देश्य है आम की खेती में गुणवत्ता सुधार, वैज्ञानिक तकनीकों का प्रसार और निर्यात योग्यता में वृद्धि।

कृषि मंत्रालय से मिली मंजूरी:

प्रदेश के अपर मुख्य सचिव (उद्यान) बी.एल. मीणा ने बताया कि इस परियोजना के लिए उद्यान विभाग और कृषि GAP डिजिटल सॉल्यूशन प्रा. लि. के बीच सहयोग स्थापित किया गया है। इस योजना के लिए संस्था के ₹5 लाख (जीएसटी को छोड़कर) के प्रस्ताव को कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार ने स्वीकृति दे दी है।

किसानों को मिलेंगे कई लाभ और आधुनिक प्रशिक्षण:

बी.एल. मीणा ने बताया कि इस पायलट प्रोजेक्ट के अंतर्गत आम उत्पादक किसानों को वैज्ञानिक कृषि तकनीकों का प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसके तहत उन्हें खेत स्तर पर ट्रेसिबिलिटी सिस्टम, फसल सुरक्षा प्रबंधन, जल और पोषक तत्वों के संतुलित उपयोग, और अंतरराष्ट्रीय गुणवत्ता मानकों के अनुरूप कृषि पद्धतियों को अपनाने की जानकारी दी जाएगी। साथ ही, एफपीओ और प्रगतिशील किसानों के मॉडल फार्मों के माध्यम से किसानों को IndGAP आधारित कृषि प्रणाली के व्यावहारिक लाभों से भी अवगत कराया जाएगा।

आम की गुणवत्ता और निर्यात क्षमता में सुधार:

अपर मुख्य सचिव ने बताया कि इस परियोजना के सफल क्रियान्वयन से राज्य के अन्य आम उत्पादक जिलों में भी IndGAP सर्टिफिकेशन को बढ़ावा मिलेगा। इससे किसानों को निर्यात योग्य आम उत्पादन के लिए प्रोत्साहन मिलेगा और प्रदेश के आम की गुणवत्ता में उल्लेखनीय सुधार होगा।

दशहरी आम की पहचान बनी बरकरार: हालांकि नई किस्मों के आम बाजार में अपनी जगह बना रहे हैं, फिर भी मलीहाबादी दशहरी आम की मिठास और स्वाद की तुलना आज भी कोई नहीं कर सकता। यही कारण है कि दशहरी आम आज भी भारत ही नहीं, बल्कि विदेशी बाजारों में भी सबसे ज्यादा पसंद किया जाने वाला आम बना हुआ है।

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