किसान भाइयों, 18 जुलाई 2025 को टमाटर के मंडी भाव ने पूरे देश में हलचल मचा दी। कहीं यही टमाटर ₹200 में बिका, तो कहीं इसकी बोली ₹4000 प्रति क्विंटल तक लग गई। महाराष्ट्र की हिंगणा मंडी में जहां किसानों की मेहनत रंग लाई और उन्हें रिकॉर्ड तोड़ दाम मिले, वहीं सोलापुर जैसे इलाकों में टमाटर औने-पौने दामों पर बिकता रहा। टुडे मंडी भाव देखकर दिल्ली के किसानों के चेहरे भी खिले, क्योंकि केशोपुर मंडी में भाव ₹3200 तक पहुंचे। ये सब दर्शाता है कि फसल की गुणवत्ता, मंडी तक पहुंच और बाजार में सप्लाई की स्थिति तीनों मिलकर लेटेस्ट मंडी प्राइस को तय करते हैं। ऐसे में किसान भाइयों के लिए यह समझना बेहद जरूरी है कि मंडी का रुख कब और कैसे करना चाहिए। अगर आप चाहते हैं कि आपकी फसल का दाम भी अच्छा मिले, तो नीचे दी गई इस पूरी मंडीवार रिपोर्ट को ज़रूर पढ़ें क्योंकि यहां मिलेगा आपको वो सटीक विश्लेषण, जो आपकी कमाई बढ़ा सकता है।
मंडी का नाम | आवक (टन में) | वैरायटी | न्यूनतम मूल्य (₹/क्विंटल) | अधिकतम मूल्य (₹/क्विंटल) |
हिंगणा | 2.7 | लोकल | ₹ 2,500 | ₹ 4,000 |
नागपुर | 185 | लोकल | ₹ 2,000 | ₹ 3,200 |
कामठी | 2.9 | लोकल | ₹ 2,000 | ₹ 3,000 |
कलमेश्वर | 1.4 | अन्य | ₹ 2,510 | ₹ 3,000 |
संगमनेर | 40 | अन्य | ₹ 500 | ₹ 2,500 |
रहुरी | 8.8 | अन्य | ₹ 1,000 | ₹ 2,200 |
पुणे (मंजरी) | 53.4 | अन्य | ₹ 1,000 | ₹ 2,000 |
भुसावल | 4.6 | अन्य | ₹ 1,200 | ₹ 2,000 |
मुंबई | 262.3 | अन्य | ₹ 1,400 | ₹ 2,000 |
संभाजीनगर | 8 | अन्य | ₹ 1,200 | ₹ 2,000 |
चंद्रपुर (गंजवाड़) | 74 | अन्य | ₹ 1,400 | ₹ 2,000 |
पुणे | 341.3 | लोकल | ₹ 600 | ₹ 1,400 |
कोल्हापुर | 38.7 | अन्य | ₹ 500 | ₹ 1,200 |
मंगल वेढा | 13.8 | लोकल | ₹ 300 | ₹ 1,200 |
सोलापुर | 58.3 | अन्य | ₹ 200 | ₹ 1,800 |
दिल्ली की मंडी – केशोपुर (NCT):
केशोपुर मंडी में टमाटर ₹1400 से ₹3200 प्रति क्विंटल तक बिका, जिससे यह साफ है कि राजधानी में मांग तेज बनी हुई है।
कहां सबसे तेज और कहां सबसे सस्ता बिका टमाटर? 18 जुलाई 2025 की ग्राउंड रिपोर्ट:
18 जुलाई को टमाटर की कीमतों में जबरदस्त फर्क देखने को मिला। एक तरफ कुछ मंडियों में टमाटर ने रिकॉर्ड तोड़ भाव छूए, तो वहीं कई जगहों पर किसान लागत निकालने तक के लिए परेशान दिखे।
महाराष्ट्र के नागपुर जिले की हिंगणा मंडी में इस दिन टमाटर ₹4000 प्रति क्विंटल तक बिका, जो पूरे राज्य में सबसे ऊंचा भाव रहा। इसके अलावा खुद नागपुर शहर की मंडी में टमाटर ₹3200, और दिल्ली की केशोपुर मंडी में भी ₹3200 प्रति क्विंटल तक के दाम मिले। ये वो मंडियां रहीं जहां किसानों को अपनी मेहनत का अच्छा मोल मिला।
लेकिन तस्वीर का दूसरा पहलू भी उतना ही सच्चा और चुभता हुआ है। महाराष्ट्र के सोलापुर, मंगल वेढा, और रहाता जैसी मंडियों में टमाटर का न्यूनतम भाव सिर्फ ₹200 से ₹300 प्रति क्विंटल रहा। यानी किसान को फसल उगाने, तोड़ने और मंडी तक लाने की लागत भी पूरी नहीं मिल पाई। ऐसे भाव देखकर कई किसान मायूस हैं, क्योंकि मेहनत तो हर किसान की एक-सी होती है, लेकिन दाम की गारंटी कहीं नहीं।
कुल मिलाकर, इस दिन का टमाटर बाजार साफ तौर पर दो हिस्सों में बंटा दिखा एक तरफ ऊंचे दामों वाली मंडियां, जहां मांग ज्यादा रही या क्वालिटी बेहतर थी, और दूसरी तरफ वो मंडियां जहां किसान अपनी फसल औने-पौने दाम पर बेचने को मजबूर हुए। यही वो अंतर है जो आज भी किसानों के सामने सबसे बड़ा सवाल बनकर खड़ा है "मेहनत तो हम सब करते हैं, लेकिन भाव कब और कहां मिलेगा, ये हम नहीं तय कर सकते!"
किसानों और व्यापारियों के लिए सलाह:
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