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Jeera ka mandi bhav: 16 जुलाई 2025: गुजरात में जीरे के भाव में तेजी, ऊंझा मंडी में ₹18,800 तक पहुंचा भाव

जीरे
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किसान भाइयों और मसाले के कारोबार से जुड़े साथियों, जीरे की मंडियों से इस हफ्ते एक बड़ी खबर निकलकर आई है। गुजरात की कई प्रमुख मंडियों में जीरे के टुडे मंडी भाव में जबरदस्त उछाल देखा गया है। खासकर ऊंझा मंडी में रेट ₹18,800 प्रति क्विंटल तक पहुंच गए हैं, जो हाल के महीनों में सबसे ऊंचा भाव है। वहीं कलावड़ मंडी में तो जीरे के दामों ने एक ही हफ्ते में ₹4,200 प्रति क्विंटल की छलांग लगा दी है। बाजार के जानकार मानते हैं कि निर्यात की बढ़ती डिमांड, कम स्टॉक और मौसम की मार ने इस तेजी को हवा दी है। लेटेस्ट मंडी प्राइस बताते हैं कि 9 से 16 जुलाई 2025 के बीच लगभग हर मंडी में रेट ऊपर चढ़े हैं। ऐसे में अगर आप जीरा बेचने की सोच रहे हैं या स्टॉक करना चाहते हैं, तो ये वक्त बहुत सोच-समझकर कदम उठाने का है। इस रिपोर्ट में आपको मंडी भाव के ताजा आंकड़ों के साथ वो ज़रूरी संकेत भी मिलेंगे, जो आपको सही फैसला लेने में मदद कर सकते हैं क्योंकि भाव अगर ऐसे ही चढ़ते रहे, तो ₹20,000 का आंकड़ा भी दूर नहीं।

09 से 16 जुलाई 2025 के बीच गुजरात में जीरे के भाव में कहां कितनी तेजी आई?

मंडी का नाम किस्म 09 जुलाई भाव 16 जुलाई भाव जीरा की कीमत में अंतर (₹)
पोरबंदर क्यूमिन सीड ₹ 16,625 ₹ 17,185 ₹ 560
दसादा-पाटड़ी क्यूमिन सीड ₹ 17,900 ₹ 18,200 ₹ 300
रापर क्यूमिन सीड ₹ 17,130 ₹ 17,924 ₹ 794
हरिज अन्य ₹ 17,600 ₹ 17,650 ₹ 50
सामी क्यूमिन सीड ₹ 17,500 ₹ 18,000 ₹ 500
ऊंझा क्यूमिन सीड ₹ 18,625 ₹ 18,800 ₹ 175
कलावड़ अन्य ₹ 12,000 ₹ 16,200 ₹ 4,200
बाबरा अन्य ₹ 16,600 ₹ 16,075 ₹ -525

गुजरात की मंडियों में जीरे के भाव में लगातार तेजी:

गुजरात की अधिकांश मंडियों में 09 जुलाई से 16 जुलाई 2025 के बीच जीरे के भाव में स्थिर और सकारात्मक तेजी देखने को मिली है। सबसे बड़ी तेजी कलावड़ मंडी में दर्ज की गई, जहां जीरा ₹12,000 से बढ़कर ₹16,200 प्रति क्विंटल तक पहुंच गया — यानी ₹4,200 की भारी उछाल। इसी तरह रापर में ₹794, सामी में ₹500, पोरबंदर में ₹560 और दसादा पाटड़ी में ₹300 प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी दर्ज की गई। ऊंझा जैसी बड़ी मंडी में भी ₹175 की हल्की तेजी रही, जो यह दर्शाता है कि बाजार में मांग बनी हुई है। हरिज में ₹50 की मामूली तेजी तो रही, लेकिन बाबरा एकमात्र ऐसी मंडी रही जहां ₹525 की गिरावट दर्ज की गई। उपलेटा में 16 जुलाई को भाव उपलब्ध नहीं रहे।

कुल मिलाकर गुजरात की 9 में से 7 मंडियों में जीरे के दाम बढ़े हैं, जिससे बाजार की धार मजबूत नजर आ रही है। निर्यात मांग में सुधार, स्टॉक की कमी और मौसम की अनिश्चितता भी तेजी के पीछे प्रमुख कारण हैं। यदि यह रुझान जारी रहता है, तो अगले कुछ सप्ताहों में जीरे के भाव ₹19,000 से ₹20,000 प्रति क्विंटल के स्तर को भी छू सकते हैं। ऐसे में किसानों और व्यापारियों दोनों को बाजार पर करीबी नजर रखते हुए रणनीतिक निर्णय लेने की सलाह दी जाती है।

किसानों के लिए सलाह:

  • तेजी वाले मंडियों में स्टॉक करने वाले किसानों को अब बिक्री पर विचार करना चाहिए, खासकर कलावड़, रापर और सामी मंडियों में।
  • जिन क्षेत्रों में भाव में गिरावट आई है, वहां अगले 3–5 दिनों तक बाजार रुख देखने के बाद निर्णय लेना बेहतर रहेगा।
  • एक्सपोर्ट डिमांड या घरेलू त्योहारी मांग बढ़ने की स्थिति में जीरे के भाव और ऊपर जा सकते हैं।

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