By khetivyapar
पोस्टेड: 13 Jul, 2025 12:00 AM IST Updated Sun, 13 Jul 2025 08:13 AM IST
सावन का महीना भोलेनाथ की पूजा-अर्चना के लिए समर्पित है। इस दिन भगवान शिव की पूजा -अर्चना की जाती है और यह महीना सबसे शुभ महीना माना जाता है। इस साल श्रावण मास 11 जुलाई 2025 से 9 अगस्त 2025 तक रहेगा। पहला सोमवार का व्रत 14 जुलाई को रखा जाएगा। ऐसे में आइए जानते हैं सावन के पहले सोमवार की पूजा कैसे करेंगे और शुभ-मुहूर्त क्या होगा।
सावन पहला सोमवार की पूजा विधि Worship method of first Monday of Savan:
- इस दिन आप ब्रह्म मुहूर्त में उठकर सबसे पहले स्नान करें। इसके बाद स्वच्छ वस्त्र धारण करें।
- पूजा स्थान को गंगाजल छिड़कर पवित्र कर इसके ईशान कोण में एक वेदी बनाएं।
- आसन में भगवान शिव की प्रतिमा या शिवलिंग विराजमान करें। गंगा जल और पंचामृत से भोलेनाथ का अभिषेक करें। भगवान शिव का स्मरण करके घी का दीया जलाएं।
- बेल पत्र, भांग, धतूरा, लाल या सफेद फूलों की माला, कोई फल और मिठाई चढ़ाएं।
- महामृत्युंजय मंत्र का 108 बार जाप भी कर सकते हैं या पंचाक्षर मंत्र का जाप करें।
- इस व्रत में सफेद वस्त्र धारण करके सफेद चंदन का तिलक लगाना ही पूजनीय है तथा सफेद वस्त्र के दान की ही सबसे बड़ी महिमा है।
पहला सावन सोमवार पूजा मुहूर्त 2025 First Sawan Monday Puja Muhurat 2025:
- ब्रह्म मुहूर्त- सुबह 4 बजकर 16 मिनट से लेकर 5 बजकर 04 मिनट तक रहेगा।
- दूसरा पूजन का मुहूर्त सुबह 8:27 बजे से लेकर सुबह 10:06 बजे तक रहेगा।
- अभिजित मुहूर्त- दोपहर 11 बजकर 59 मिनट से 12 बजकर 55 मिनट तक रहेगा।
- अमृत काल- रात 11 बजकर 21 मिनट से 15 जुलाई 12 बजकर 55 मिनट तक रहेगा।
सावन का पर्व माना जाता है किसानों के लिये खास:
सावन का त्यौहार हरियाली का प्रतीक माना जाता है। किसानों के लिये सावन का पर्व खेती किसानी के लिये बहुत ही खास माना जाता है, क्योंकि भी सावन माह से ही शुरू होती है। सावन के पहले दिन से ही मन्दिरों में भक्तों की भीड़ जमा होने लगती है। शाम को विविध मंदिरों में शिवलिंग का अलग-अलग रूप में श्रृंगार किया जाता है। कृषि युग से ही हरियाली का यह त्यौहार हमारे किसान भाईयों के लिये बहुत ही शुभ है। यह त्यौहार तब मनाया जाता है जब बारिश होने के बाद खेतों में फसलें हरी हो जाती हैं। इस पर्व में किसान छोटे से लेकर बड़े औजारों तक जैसे गैंती, कुदाली, फावड़ा तथा खेती में काम आने वाले यंत्रों आदि की साफ-सफाई करते हैं। किसान फसल लगाने के बाद इस त्यौहार को हर्षोल्लास के साथ मनाते हैं।
सावन व्रत में खाने योग्य चीजें:
- केला, सेब, पपीता, अनार, अंगूर जैसे ताजे फल खा सकते हैं।
- बादाम, अखरोट, काजू, किशमिश, मखाना आदि सूखे मेवे व्रत में बहुत लाभकारी होते हैं।
- साबूदाने की खिचड़ी, साबूदाना वडा या साबूदाना थालीपीठ बनाकर खा सकते हैं।
- व्रत में नमक की जगह सेंधा नमक का ही प्रयोग करें।
- भुने हुए मखाने या मखाने की खीर व्रत में खाई जा सकती है।
- उबले हुए या तले हुए आलू का सेवन किया जा सकता है।
- शकरकंद को भी उबालकर खाया जा सकता है या कटलेट के रूप में बनाया जा सकता है।
- लस्सी, छाछ, फलाहारी शेक्स बनाकर इनका सेवन करना व्रत में पूरी तरह मान्य है।