किसान भाइयों और व्यापार से जुड़े साथियों, अगर आप भी यह सोच रहे हैं कि आलू बेचने का सही समय कब है, तो ये खबर आपके लिए किसी मौके से कम नहीं है। इस हफ्ते उत्तर प्रदेश की कई मंडियों में आलू के रेट्स में अच्छा खासा उछाल देखा गया है, जिससे किसान भाइयों के चेहरे पर रौनक लौट आई है। सबसे ज्यादा चर्चा में रही हसनपुर मंडी, जहां ‘बादशाह’ वैरायटी ने कमाल कर दिया। इस किस्म के भावों में ₹500 प्रति क्विंटल तक की बढ़त देखी गई यानी जिन्होंने अच्छे क्वालिटी वाला आलू स्टोर करके रखा था, अब उन्हें उसका असली मुनाफा मिल रहा है। हालांकि, कुछ मंडियों में जैसे रूड़ौली, भाव थोड़ा कमजोर भी रहा है। लेकिन अगर पूरे बाजार का मिजाज देखें, तो यह साफ दिखता है कि अच्छी क्वालिटी वाले आलू की डिमांड जोरों पर है, और बाजार धीरे-धीरे किसानों की ओर झुकता नजर आ रहा है।
तो साथियों, अगर आपके पास भी आलू का स्टॉक है, तो यह वक्त सोच-समझकर कदम उठाने का है।
इन सारे सवालों के जवाब मिलेंगे आपको मंडीवार भावों की इस रिपोर्ट में ताकि आप भी इस चढ़ते बाजार का पूरा फायदा उठा सकें।
मंडी का नाम | वैरायटी | 06 जुलाई | 12 जुलाई | आलू के भाव में तेजी |
बहराइच | देसी | 1250 | 1305 | ▲ 55 |
फैजाबाद | देसी | 1230 | 1250 | ▲ 20 |
लखीमपुर | लोकल | 1240 | 1260 | ▲ 20 |
सीतापुर | देसी | 1250 | 1260 | ▲ 10 |
गोंडा | आलू | 1325 | 1350 | ▲ 25 |
गुलावठी | देसी | 900 | 1000 | ▲ 100 |
हसनपुर | बादशाह | 950 | 1450 | ▲ 500 |
खेकड़ा | आलू | 1100 | 1300 | ▲ 200 |
स्याना | देसी | 950 | 1060 | ▲ 110 |
रूड़ौली | देसी | 1300 | 1250 | ▼ -50 |
6 जुलाई से 12 जुलाई 2025 के बीच उत्तर प्रदेश की मंडियों में आलू के दामों में अच्छा खासा उछाल देखा गया। सबसे ज़्यादा तेजी हसनपुर मंडी में रही, जहां 'बादशाह' वैरायटी का भाव एक ही हफ्ते में ₹950 से बढ़कर ₹1450 प्रति क्विंटल हो गया। इसके अलावा खेकड़ा, स्याना और गुलावठी जैसी मंडियों में भी ₹100 से ₹200 तक की तेजी दर्ज की गई, जिससे किसानों के चेहरे पर रौनक लौट आई। ऐसा लगता है कि अच्छी क्वालिटी वाले आलू की मांग फिलहाल बाजार में बनी हुई है और खरीदार भी अच्छे दाम देने को तैयार हैं।
हालांकि सभी मंडियों में तेजी नहीं रही। रूड़ौली मंडी में भाव ₹1300 से गिरकर ₹1250 हो गया, जो इस हफ्ते की इकलौती गिरावट है। वहीं फैजाबाद, लखीमपुर, सीतापुर और गोंडा जैसी जगहों पर दामों में मामूली बढ़त रही कहीं ₹10 तो कहीं ₹25 की। फिर भी, मंडी का जो माहौल बन रहा है, उससे यही लगता है कि आने वाले दिनों में आलू की कीमतें और बढ़ सकती हैं, खासकर अगर आवक थोड़ी कम रही और मांग यूं ही बनी रही। ऐसे में किसानों के लिए यह वक्त सही रणनीति के साथ बिक्री करने का है।
किसानों और व्यापारियों के लिए सलाह:
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