किसान कल्याण एवं कृषि विकास मंत्री श्री एदल सिंह कंषाना ने बताया कि भारत सरकार के जैविक खेती पोर्टल से अब तक 6 लाख किसान जुड़ चुके हैं। इसका मुख्य उद्देश्य किसानों को उनके जैविक उत्पादों के लिए बेहतर बाजार उपलब्ध कराना है।
इकोवा संस्था ने पिछले 21 सालों में लगभग 3 लाख किसानों को प्रशिक्षण और उत्पाद प्रमाणीकरण से जोड़कर इस दिशा में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
श्री कंषाना भोपाल स्थित सायाजी होटल में आयोजित इंटरनेशनल कॉम्पिटेंस सेंटर फॉर ऑर्गेनिक एग्रीकल्चर (इकोवा) के कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। इस अवसर पर मध्यप्रदेश और कर्नाटक से बड़ी संख्या में किसान भाई-बहन उपस्थित रहे।
कृषि मंत्री ने बताया कि यह आयोजन भारत सरकार की परम्परागत कृषि विकास योजना के तहत किया गया है। इस योजना के अंतर्गत अब तक देशभर के लगभग 25 लाख किसान 15 लाख हेक्टेयर भूमि पर लाभ प्राप्त कर रहे हैं। मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में करीब 7.5 लाख किसान जैविक खेती अपना रहे हैं।
श्री कंषाना ने कहा कि यह कार्यक्रम किसानों और विक्रेताओं को जोड़ने वाला एक महत्वपूर्ण मंच है। इससे किसानों को न केवल जैविक खेती अपनाने की प्रेरणा मिलेगी बल्कि उन्हें उचित बाजार और बेहतर मूल्य भी प्राप्त होंगे।
स्वस्थ जीवन के लिए संतुलित खेती: कृषि मंत्री ने कहा कि मैं स्वयं किसान हूं और जानता हूं कि फसलों में कितनी मात्रा में खाद का उपयोग होना चाहिए। आज कई किसान अधिक लाभ की चाह में रासायनिक खाद का अत्यधिक उपयोग कर रहे हैं, जिससे स्वास्थ्य पर विपरीत प्रभाव पड़ रहा है। उन्होंने याद दिलाया कि पहले घरों में गाय-भैंस पाली जाती थीं, जिससे खेती में शुद्धता बनी रहती थी। इसलिए खेती के साथ-साथ पशुपालन को भी बढ़ावा देना आवश्यक है।
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