मध्यप्रदेश में इन दिनों मौसम का मिजाज लगातार करवट ले रहा है। एक ओर राज्य के अधिकांश जिलों में तेज़ धूप और उमस से जनजीवन प्रभावित हो रहा है, तो दूसरी ओर कुछ इलाकों में बारिश ने राहत की सांस दिलाई है। पिछले दो दिनों में खासकर बैतूल, छिंदवाड़ा, मंडला, बालाघाट और इंदौर जैसे जिलों में हल्की से मध्यम बारिश देखने को मिली है।
सोमवार को इंदौर में करीब 19 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई, जिससे शहर के कई निचले इलाकों में जलभराव की स्थिति बन गई। सड़कें तालाब जैसी नजर आईं और यातायात भी प्रभावित हुआ। वहीं सिवनी में भी भारी बारिश का असर दिखा और करीब 19 इंच वर्षा दर्ज की गई। बैतूल, छिंदवाड़ा और बालाघाट में आधा इंच के आसपास बारिश हुई। इसके उलट राजधानी भोपाल में सुबह से ही तेज़ धूप और उमस लोगों को परेशान करती रही। दिनभर तापमान में बढ़ोतरी देखी गई, जिससे गर्मी का असर और ज़्यादा महसूस हुआ।
मौसम विभाग की मानें तो आने वाले दिनों में मध्यप्रदेश के मौसम में फिर बदलाव देखने को मिलेगा। पूर्वी मध्यप्रदेश के कुछ हिस्सों में 25 से 27 जुलाई तक भारी बारिश की संभावना है, जबकि पश्चिमी मध्यप्रदेश में 26 और 27 जुलाई को बहुत भारी बारिश के आसार हैं। इन दिनों प्रदेश के पश्चिमी भागों में अधिकांश स्थानों पर और पूर्वी भागों में कुछ स्थानों पर बारिश की गतिविधियाँ सक्रिय रहेंगी।
मध्यप्रदेश के साथ-साथ उत्तर-पश्चिम भारत में भी मानसून के असर की संभावना जताई गई है। 22 जुलाई को हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में बहुत भारी बारिश हो सकती है, जबकि जम्मू-कश्मीर, पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश के कई हिस्सों में 22 से 27 जुलाई तक अलग-अलग दिन तेज़ बारिश की चेतावनी है। इस दौरान बिजली गिरने और तेज़ हवाओं के साथ गरज-चमक की भी संभावना है। सावधानी जरूरी मौसम विभाग ने भारी बारिश की संभावना को देखते हुए संबंधित जिलों में सतर्कता बरतने की अपील की है। खासकर निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को जलभराव से बचने और प्रशासन के निर्देशों का पालन करने की सलाह दी गई है।
ये भी पढें - 21 जुलाई से देशभर में बारिश का कहर, इन राज्यों में रेड अलर्ट जारी