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गेहूं उत्पादन में अमेरिका से आगे निकला मध्यप्रदेश, निवेशकों के लिए खुला बड़ा अवसर, 6850 से अधिक रोजगार सृजित होंगे

मध्यप्रदेश गेहूं उत्पादन में अमेरिका से भी आगे
मध्यप्रदेश गेहूं उत्पादन में अमेरिका से भी आगे

एमपी के मंदसौर जिले के में कृषि उद्योग समागम-2025 का आयोजन हुआ, इस आयोजन के दौरान “खाद्य प्र-संस्करण उद्यमियों से संवाद” कार्यक्रम में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि खुशहाल किसान और उन्नत कृषि, मध्यप्रदेश की पहचान है। खाद्य प्र-संस्करण उद्योगों को बढ़ावा देकर न केवल उद्योगों को अवसर मिलेंगे, बल्कि किसानों की आय भी बढ़ेगी। प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में राज्य सरकार कृषि आधारित उद्योगों के लिए सरल नीतियां बनाकर उद्यमियों को हर संभव सहयोग दे रही है।

मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर 3812 करोड़ रुपये की लागत से स्थापित 11 औद्योगिक इकाइयों का भूमि पूजन और लोकार्पण किया। इससे स्थानीय स्तर पर 6850 लोगों को प्रत्यक्ष रोजगार मिलेगा। 

मध्यप्रदेश गेहूं उत्पादन में अमेरिका से भी आगे Madhya Pradesh Surpasses the USA in Wheat Production:

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि सरकार निवेशकों के मार्ग की सभी बाधाएं दूर करने के लिए संकल्पित है। भोपाल में आयोजित ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में 30 लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं। राज्य में बिजली, पानी, सड़क और निवेश को प्रोत्साहित करने वाली नीतियां उपलब्ध हैं। उन्होंने बताया कि प्रति बीघा गेहूं उत्पादन के मामले में मध्यप्रदेश ने अमेरिका को भी पीछे छोड़ दिया है।

अब हर जिले तक पहुंचेगा निवेश का लाभ
उन्होंने कहा कि पहले निवेशकों के लिए समागम केवल बड़े शहरों में आयोजित होते थे, लेकिन अब इन्हें संभाग और जिला स्तर तक ले जाया जा रहा है। इसकी शुरुआत मंदसौर जिले से हुई है। इससे स्थानीय निवेशकों और उद्यमियों को भी अवसर मिलेंगे। राज्य सरकार सभी प्रकार के निवेशकों को समान अवसर उपलब्ध करा रही है।

ग्रोथ रेट में अग्रणी मध्यप्रदेश, कृषि जीडीपी में 44% योगदान
मुख्य सचिव श्री अनुराग जैन ने कहा कि प्रदेश को रोजगारोन्मुखी बनाना सरकार की प्राथमिकता है। इसके लिए उद्योगों को प्रोत्साहन दिया जा रहा है। मध्यप्रदेश की ग्रोथ रेट देश के बड़े राज्यों में सबसे अधिक है और राज्य की जीडीपी में कृषि का योगदान 44% है। मसालों के लिए प्रसिद्ध मंदसौर-नीमच क्षेत्र में खाद्य प्र-संस्करण इकाइयों की व्यापक संभावनाएं हैं।

खाद्य प्र-संस्करण को मिलेगी नई ऊंचाई
उद्यानिकी एवं खाद्य प्र-संस्करण श्री अनुपम राजन ने कहा कि कृषि उद्योग समागम की शुरुआत सीतामऊ, मंदसौर से की गई है। इसमें कृषि क्षेत्र की नई-नई तकनीकों का प्रदर्शन भी किया गया। इस प्रकार के आयोजन भविष्य में प्रदेश के अन्य संभागों और जिलों में भी किए जाएंगे। कार्यक्रम में एमपीआईडीसी के प्रबंध संचालक श्री चंद्रमौली शुक्ला ने निवेश प्रोत्साहन की नीतियों पर प्रकाश डाला। इस अवसर पर कई मंत्री, उपमुख्यमंत्री और उद्योगपति भी उपस्थित रहे।

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