भारत, स्टार्टअप इंडिया, स्किल इंडिया और अटल इनोवेशन मिशन के तहत एक मिलियन से अधिक उद्यमियों को पोषित कर रहा है। सांता क्लारा कन्वेंशन सेंटर, कैलिफोर्निया में आयोजित दुनिया की प्रमुख प्रौद्योगिकी और उद्यमिता सम्मेलन TiEcon 2025 ने “AiVerse” थीम के तहत तीन दिवसीय आयोजन की शुरुआत की। इस वर्ष के सम्मेलन में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की शक्ति और भविष्य में इसका उद्यमों और समाज पर प्रभाव पर खास फोकस किया गया है।
उन्होंने आगे कहा, "आज भारत एक शक्तिशाली मोड़ पर खड़ा है जहां नवाचार, उद्यमिता और कौशल मिलकर एक नई वैश्विक कहानी बना रहे हैं। हमारे देश के हर कोने में उद्यमी असल समस्याओं का समाधान कर रहे हैं, सतत उपक्रम बना रहे हैं और व्यापक प्रभाव उत्पन्न कर रहे हैं।"
इस सम्मेलन में एक उच्च-स्तरीय भारतीय प्रतिनिधिमंडल ने गहरे तकनीकी, जलवायु नवाचार, स्वास्थ्य देखभाल, एआई और डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन के क्षेत्रों में भारत की बढ़ती भूमिका को प्रदर्शित किया। यह प्रतिनिधिमंडल भारत की उद्यमिता की भावना को उजागर करता है, जो लचीलापन, समावेशन और उद्देश्य-प्रेरित विकास पर आधारित है।
AI से बदलेगी दुनिया, युवाओं को स्किल करना समय की मांग
TiEcon 2025 सम्मेलन में शिरकत करते हुए, श्री वेद मणि तिवारी, सीईओ, एनएसडीसी और एमडी, एनएसडीसी इंटरनेशनल ने कहा, "एआई दुनिया को ऐसे बदल रहा है जैसे हमने कभी कल्पना नहीं की थी, जिसके चलते हमें इसके साथ आने वाली चुनौतियों को सुलझाने और अवसरों का लाभ उठाने के लिए सक्रिय कदम उठाने की आवश्यकता है। हमारी युवा शक्ति और पेशेवरों को प्रशिक्षित करना आज के समय की सबसे महत्वपूर्ण आवश्यकता है, ताकि हम भविष्य के लिए तैयार हो सकें।
एनएसडीसी विभिन्न लक्षित पहलों के माध्यम से कार्यबल को कौशल प्रदान करने और पुनः कौशल विकास में महत्वपूर्ण प्रयास कर रहा है। हम युवाओं को नवप्रवर्तक, उद्यमी और उभरते हुए क्षेत्रों में भविष्य के नेता बनने के लिए सक्षम बना रहे हैं। हमारा उद्देश्य मानव पूंजी और प्रौद्योगिकी की शक्ति का उपयोग करके बेहतर कल का निर्माण करना है।
AI और स्किलिंग मॉडल की वैश्विक मंच पर प्रस्तुति
सम्मेलन में एनएसडीसी द्वारा स्थापित प्रदर्शनी स्टॉल में वैश्विक भागीदारों से शानदार प्रतिक्रिया प्राप्त हुई। इस स्टॉल पर भारत के नवाचारी कौशल मॉडल और एआई-संलग्न शिक्षण प्लेटफ़ॉर्म्स को प्रदर्शित किया गया। विभिन्न क्षेत्रों से आए प्रतिनिधियों ने प्रतिभा विकास, कार्यबल की गतिशीलता और एआई-केंद्रित कौशल कार्यक्रमों के क्षेत्र में सहयोग की संभावना का अन्वेषण किया।