नेशनल कोऑपरेटिव एक्सपोर्ट्स लिमिटेड (NCEL) और एग्रीकल्चरल एंड प्रोसेस्ड फूड प्रोडक्ट्स एक्सपोर्ट डेवलपमेंट अथॉरिटी (APEDA) के बीच एक महत्वपूर्ण समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए गए। इसका उद्देश्य सहकारी संस्थाओं के माध्यम से कृषि निर्यात को नई दिशा देना और किसानों को बेहतर मूल्य दिलाना है।
यह समझौता डॉ. आशीष कुमार भूटानी, सचिव, सहकारिता मंत्रालय की उपस्थिति में हुआ। उन्होंने कहा कि NCEL के व्यापक नेटवर्क और APEDA की निर्यात सुविधा को मिलाकर किसानों को वैश्विक बाजारों से जोड़ना आसान होगा, जिससे उनकी आमदनी बढ़ेगी और भारत की स्थिति अंतरराष्ट्रीय व्यापार में और मजबूत होगी।
डॉ. भूटानी ने बताया कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह के मार्गदर्शन में सहकारी संस्थाओं को वैश्विक प्रतिस्पर्धा के योग्य बनाया जा रहा है। इस साझेदारी के तहत क्षमता निर्माण, गुणवत्ता अनुपालन, इन्फ्रास्ट्रक्चर समर्थन, अंतरराष्ट्रीय ब्रांडिंग, मार्केट पोजिशनिंग और डेटा एनालिटिक्स जैसे क्षेत्रों पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।
इस MoU से सहकारी समितियों को अंतरराष्ट्रीय गुणवत्ता मानकों, खाद्य सुरक्षा और निर्यात प्रक्रिया की गहन जानकारी दी जाएगी। APEDA की तकनीकी विशेषज्ञता और NCEL की पहुंच मिलकर फलों, सब्जियों, मसालों, प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थों, अनाज और पशु उत्पादों के निर्यात को नई ऊँचाइयों पर ले जाएंगे।
अपर सचिव श्री पंकज कुमार बंसल ने कहा कि इस सहयोग से किसान नए बाजारों तक पहुंचेंगे और अपने उत्पादों के लिए प्रीमियम मूल्य हासिल कर पाएंगे।
सहकारी निर्यात को नया रोडमैप: यह समझौता सहकारी निर्यात तंत्र को अधिक प्रतिस्पर्धी और टिकाऊ बनाने की दिशा में अहम कदम है। APEDA की बाजार पहुँच और अधोसंरचना क्षमता को NCEL के राष्ट्रीय नेटवर्क से जोड़कर किसानों और सहकारी संस्थाओं को सीधा आर्थिक लाभ मिलेगा। यह पहल न केवल भारत के कृषि निर्यात पोर्टफोलियो को मजबूत करेगी बल्कि सहकारी आंदोलन को राष्ट्रीय विकास में नई ऊर्जा देगी।