देश के अधिकांश हिस्सों में मानसून की जोरदार दस्तक के साथ ही बारिश का दौर तेज़ हो गया है। उत्तर और पश्चिम भारत के कई राज्यों में रुक-रुक कर हो रही बारिश से मौसम सुहाना हो गया है, लेकिन राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली, अब भी मानसून की राह देख रही है। इस बार दिल्ली अकेला ऐसा क्षेत्र बना हुआ है जहां अभी तक मानसून नहीं पहुंचा है, जबकि इसके पड़ोसी राज्यों में बारिश की गतिविधियाँ तेज़ हो चुकी हैं।
मौसम विभाग की मानें तो दिल्ली-एनसीआर में अब मानसून की एंट्री ज्यादा दूर नहीं है। पूर्वानुमान है कि अगले 36 घंटों के भीतर राजधानी में मानसून पहुंच सकता है। इसके साथ ही अगले तीन दिनों तक तेज़ बारिश की संभावना जताई गई है, जिससे यहाँ पड़ रही गर्मी और उमस से राहत मिल सकती है। उम्मीद है कि आने वाले दो दिनों में दिल्ली समेत नॉएडा, गाज़ियाबाद, फरीदाबाद, गुड़गांव, मेरठ, बहादुरगढ़ जैसे शहरों में अच्छी बारिश होगी।
दिल्ली से सटे हरियाणा, पंजाब और राजस्थान में मानसून सक्रिय हो चुका है और कई इलाकों में झमाझम बारिश हो रही है। मंगलवार को दक्षिण-पश्चिम मानसून ने चंडीगढ़ और हरियाणा के कुछ भागों में दस्तक दे दी। मौसम विभाग ने बताया कि पंजाब और हरियाणा के शेष हिस्सों में भी जल्द ही मानसून फैलने के लिए स्थितियां अनुकूल हैं।
आईएमडी के अनुसार, 25 जून से 30 जून के बीच पंजाब, हरियाणा और चंडीगढ़ में बारिश की रफ्तार बढ़ने की संभावना है। मंगलवार को इन इलाकों में अधिकतम तापमान सामान्य से नीचे दर्ज किया गया। चंडीगढ़ में पारा 34.1 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचा जो इस मौसम के लिए अपेक्षाकृत सामान्य से कम है।
गुजरात के कई जिलों में बीते 2 दिनों से हुई मानसूनी भारी बारिश ने जनजीवन पर असर डाला है। लगातार बारिश से कई जगहों पर जलजमाव की स्थिति बन गई है और प्रशासन को अलर्ट पर रखा गया है। मौसम विभाग ने यहां भी आने वाले दिनों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है।
पहाड़ी राज्यों में भी बरसात जोरों पर: हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर में भी मानसून पूरी तरह सक्रिय हो गया है। ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बारिश के साथ-साथ तापमान में गिरावट आई है, जिससे ठंडक का एहसास बढ़ गया है। पर्यटक स्थलों पर मौसम सुहावना हो गया है और लोग गर्मी से राहत महसूस कर रहे हैं।
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