किसान भाइयों, अगर आप इस वक्त लहसुन बेचने की सोच रहे हैं, तो टुडे मंडी भाव रिपोर्ट जरूर पढ़ें, क्योंकि देशभर की मंडियों में लहसुन के मंडी भाव में आज बड़ा उतार-चढ़ाव देखने को मिला है। महाराष्ट्र के पुणे में लेटेस्ट मंडी प्राइस ₹11,000 प्रति क्विंटल तक पहुंच गया, जो इस सीजन का टॉप रेट है, वहीं कुछ मंडियों में जैसे राजस्थान में ₹6000 से ऊपर की अच्छी कीमत देखने को मिली। लेकिन दूसरी तरफ, कुछ केंद्रों पर भाव ₹1400 तक गिर गए हैं, जो साफ इशारा करता है कि बाजार फिलहाल असंतुलित है। ऐसे में सवाल यही है क्या अब बेचना समझदारी होगी या कुछ दिन रुकना फायदेमंद रहेगा? इस रिपोर्ट में आपको मिलेगा मंडीवार ताज़ा रेट, आवक की स्थिति और किसानों के लिए सुझाव, ताकि आप सही समय पर सबसे अच्छा फैसला ले सकें।
राज्य | मंडी केंद्र | आवक (टन में) | वैरायटी | न्यूनतम भाव (₹/क्विंटल) | अधिकतम भाव (₹/क्विंटल) |
मध्य प्रदेश | भोपाल | 2.47 | लहसुन | ₹ 1,400 | ₹ 6,100 |
बियौरा | 0.34 | लहसुन | ₹ 3,000 | ₹ 4,820 | |
जावरा | 3.48 | लहसुन | ₹ 6,179 | ₹ 7,400 | |
शाजापुर | 0.1 | लहसुन | ₹ 5,200 | ₹ 5,275 | |
महाराष्ट्र | पुणे | 89.8 | अन्य | ₹ 3,000 | ₹ 11,000 |
सांगली (फल व भाजीपुरा मंडी) | 12 | अन्य | ₹ 4,000 | ₹ 9,000 | |
राजस्थान | जयपुर (फल-सब्ज़ी) | 28.7 | औसत | ₹ 2,500 | ₹ 7,500 |
जोधपुर (फल-सब्ज़ी) | 25.5 | अन्य | ₹ 3,000 | ₹ 6,500 | |
कोटा | 722.5 | औसत | ₹ 4,775 | ₹ 7,625 | |
श्रीगंगानगर (फल-सब्ज़ी) | 35 | लहसुन | ₹ 7,600 | ₹ 8,000 |
23 जुलाई 2025 को देशभर की मंडियों में लहसुन के भावों में भारी उतार-चढ़ाव देखने को मिला। महाराष्ट्र के पुणे में भाव सबसे ज़्यादा रहे, जहां लहसुन ₹11,000 प्रति क्विंटल तक बिका, जबकि सांगली में भी ₹9,000 का उच्चतम रेट दर्ज हुआ। वहीं राजस्थान की श्रीगंगानगर मंडी में भाव ₹8,000 तक पहुंचे, और कोटा में भारी आवक (722 टन) के बावजूद भाव ₹7625 तक टिके रहे। दूसरी ओर मध्य प्रदेश के भोपाल में भाव बेहद नीचे ₹1,400 प्रति क्विंटल तक गिर गए, जबकि जावरा और शाजापुर में ₹7400 और ₹5275 तक के भाव मिले। कुल मिलाकर, महाराष्ट्र और राजस्थान की मंडियों में भावों में तेजी रही जबकि मध्य प्रदेश में मिश्रित स्थिति देखने को मिली कुछ जगहों पर तेज गिरावट और कुछ मंडियों में मजबूत रेट। राजस्थान की मंडियों में आवक अधिक रही, खासकर कोटा में सर्वाधिक 722 टन, जो पूरे देश में सबसे ज्यादा थी।
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