khetivyapar Banner
  • होम
  • Marigold Farming: गेंदे फूल की नर्सरी लगाकर कमायें बंपर मुना...

Marigold Farming: गेंदे फूल की नर्सरी लगाकर कमायें बंपर मुनाफा, जाने कैसे

Marigold Farming: गेंदे फूल की नर्सरी लगाकर कमायें बंपर मुनाफा, जाने कैसे
गेंदे फूल की नर्सरी लगाकर कमायें बंपर मुनाफा

गेंदा एक बेहद खास व लोकप्रिय फूल है जो वर्षभर मिल सकता है। गेंदे के बीज चमकदार और जैट काले रंग के होते हैं। गेंदे के एक ग्राम बीज में लगभग 300 से ज्यादा की संख्या में बीज होते हैं। गर्मी के मौसम में गेंदे का पौध तैयार करने के लिए 200-250 ग्राम बीज प्रति एकड़ और सर्दी के मौसम में 150-200 ग्राम प्रति एकड़ बीजों की जरूरत पड़ती है। इसके फूल दशहरा और दीपावली के अवसर पर उगाकर बेचें तो इससे अच्छा मुनाफा कमाया जा सकता है। किसान इसकी कम लागत में इसकी खेती कर अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं। गेंदा राज्य में तीनों मौसमों में उगाया जाता है।

गेंदे फूल की खेती कब करें:

विशेषज्ञों के अनुसार गेंदे के फूल की खेती मौसा के हिसाब से की जाती है। गर्मी के सीजन में जनवरी महीने में फूल लगाए जाते है। नवरात्र के दिनों में खूब इस्तेमाल होता है और बाजार में अच्छी कीमत भी मिलती है। गेंद फूल की खेती अप्रैल-मई और सर्दी शुरू होने से पहले अगस्त-सितंबर में की जाती है। 

गेंदे की प्रमुख किस्में:

अफ्रीकन गेंदा क्लाईमेक्स, जुबली इंडियन चीफ, क्राउन ऑफ गोल्ड, स्पन गोल्ड, येलोसुप्रीम, क्रेकर जेक, फ्रेंच गेंदा येलो क्राउन, लेमन जैम, लेमन रिंग, रेड हेड, बटर स्कोच, गोल्डी, फायर क्रॉस। उन्नत किस्म पूसा नारंगी, पूसा बसंती, , माया, एटलांटिक, संकर किस्म इंका, डिस्कवरी।

गेंदे फूल की खेती के लिए मिट्टी और सही तापमान: गेंदा की खेती विभिन्न प्रकार मिट्टी में कर सकते हैं। अच्छी जल निकासी वाली मिट्टी ज़ेंडू के लिए अच्छी होती है। गेंदा 7.0 से 7.6 के सतह क्षेत्र वाली मिट्टी में अच्छी तरह से उगता है। गेंदे की फसल को पर्याप्त धूप की जरूरत होती है। बीजों के बेहतर अंकुरण के लिए, अधिकतम तापमान 18 से 30° सेल्सियस उपयुक्त होता है। बुआई से पूर्व बीजों को किसी फफूंदनाशक दवा जैसे थायरम, कैप्टॉन, बाविस्टिन इत्यादि से उपचारित कर लेना चाहिए। बीजों की बुआई जमीन की सतह से लगभग 15-25 सें.मी. उठी हुई ऊंची क्यारियों में करें। 

गेंद फूल की तैयारी: गेंदे की पौध को नर्सरी में भी तैयार करके खेत में लगा सकते हैं। इसके लिये क्यारियों की चौड़ाई 100-120 सें.मी. रखी जाती है। क्यारियां तैयार करते समय सड़ी हुई गोबर की खाद या कम्पोस्ट खाद लगभग 5-8 कि.ग्रा. प्रति वर्ग मीटर की दर से अच्छी तरह मिला डालनी चाहिए। बीजों की बुआई लाइनों में ही करें एवं दो लाइनों के बीच 6-10 सें.मी. की जगह छोड़ें। बीजों को ज्यादा गहराई पर न डालें। इनकी गहराई 1-2 सें.मी. की होनी चाहिए एवं बीजों को ढकने के लिए बालू, रेत या कम्पोस्ट खाद का प्रयोग करें। आवश्यकतानुसार समय-समय पर सिंचाई करते रहना चाहिए। गेंदे की पौध खेत में लगाने के बाद लगभग 20-25 दिनों में तैयार हो जाती है।

ये भी पढ़ें... बिहार छत पर बागवानी योजना 2024, पाएं 75% की सब्सिडी

khetivyapar.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण जानकारी whatsapp WhatsApp चैनल से जुड़ें