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बिहार सरकार की मखाना अवयव योजना 2025-26: किसानों को मिलेगा बीज, टूल्स किट और ₹36,375/हेक्टेयर अनुदान

बिहार सरकार की मखाना अवयव योजना
बिहार सरकार की मखाना अवयव योजना

किसानों की आय में वृद्धि और मखाना उत्पादन को नई दिशा देने के उद्देश्य से बिहार सरकार ने “मखाना अवयव योजना (2025-26)” की शुरुआत की है। यह योजना एकीकृत बागवानी विकास मिशन (MIDH) के विशेष हस्तक्षेप के तहत लागू की जा रही है। इस योजना का मकसद न केवल राज्य में मखाना की खेती को बढ़ावा देना है, बल्कि किसानों को उच्च गुणवत्ता के बीज, पारंपरिक टूल्स किट और आर्थिक मदद देकर उनकी आमदनी में सीधा सुधार करना भी है।

योजना का उद्देश्य:

इस योजना का मुख्य उद्देश्य राज्य के 16 जिलों में मखाना की खेती का विस्तार करना, उन्नत प्रभेदों का बीज उत्पादन करना और किसानों को परंपरागत उपकरण किट उपलब्ध कराना है। इसके साथ ही किसानों को उच्च गुणवत्ता वाले बीज वितरण के जरिए उनकी आय में बढ़ोतरी करना भी योजना का अहम लक्ष्य है।

किन जिलों को मिलेगा लाभ?

यह योजना बिहार के 16 जिलों में लागू होगी। इनमें शामिल हैं –
कटिहार, पूर्णियाँ, दरभंगा, मधुबनी, किशनगंज, सुपौल, अररिया, मधेपुरा, सहरसा, खगड़िया, समस्तीपुर, भागलपुर, सीतामढ़ी, पूर्वी चम्पारण, पश्चिम चम्पारण और मुजफ्फरपुर।

योजना की मुख्य बातें:

  1. एक किसान को न्यूनतम 0.25 एकड़ (0.1 हे.) और अधिकतम 5 एकड़ (2 हे.) तक का लाभ मिलेगा।
  2. पहली बार खेत प्रणाली से मखाना की खेती करने वाले पंजीकृत किसानों का चयन किया जाएगा।
  3. मखाना खेती (खेत प्रणाली) की निर्धारित लागत ₹0.97 लाख/हेक्टेयर है।
  4. योजना अंतर्गत पहले वर्ष में किसानों को ₹36,375/हेक्टेयर की स्वीकृत राशि मिलेगी।
  5. बीज की राशि आपूर्तिकर्ता को दी जाएगी।
  6. शेष राशि पौध रोपण के बाद किसान को मिलेगी।

मखाना बीज उत्पादन:

  • मखाना बीज उत्पादन राष्ट्रीय मखाना अनुसंधान केंद्र, दरभंगा,

भोला पासवान शास्त्री कृषि महाविद्यालय, पूर्णियाँ और कृषि विज्ञान केंद्र, जाले दरभंगा द्वारा कराया जाएगा।

  • इसमें स्वर्ण वैदेही और सबौर मखाना-1 जैसी उन्नत किस्मों का बीज उपलब्ध होगा।

मखाना टूल्स किट:

  • परंपरागत बांस, लकड़ी और अन्य सामग्री से बने उपकरण किसानों को अनुदानित दर पर दिए जाएंगे।
  • इस किट के लिए गैर-रैयत किसानों को जमीन के कागजात की आवश्यकता नहीं होगी।

मखाना बीज वितरण:

  • किसानों को अनुशंसित प्रभेद का बीज ₹225/किलो तक अनुदान पर मिलेगा।
  • यदि बीज का मूल्य इससे अधिक होता है, तो अतिरिक्त राशि किसान को स्वयं वहन करनी होगी।

पात्रता और जरूरी दस्तावेज:

  • भूमि स्वामित्व प्रमाणपत्र, अधतन राजस्व रसीद/ऑनलाइन रसीद या वंशावली।
  • गैर-रैयत किसानों के लिए एकरारनामा मान्य होगा।
  • महिला किसानों को विशेष प्राथमिकता दी जाएगी।

अनुदान और चयन प्रक्रिया:

  • भुगतान DBT के जरिए SNA Sparsh पोर्टल से होगा।
  • चयन में सामान्य वर्ग के लिए 83.903%, अनुसूचित जाति के लिए 15% और अनुसूचित जनजाति के लिए 1.097% आरक्षित है।
  • हर श्रेणी में महिलाओं के लिए 30% आरक्षण लागू किया जाएगा।

मखाना अवयव योजना 2025-26: आवेदन प्रक्रिया किसान इस योजना के लिए अपने नज़दीकी सीएससी सेंटर के माध्यम से या सीधे उद्यानिकी विभाग, बिहार की आधिकारिक वेबसाइट https://horticulture.bihar.gov.in/ पर जाकर आवेदन कर सकते हैं।

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