अरब सागर और बंगाल की खाड़ी से मिल रही नमी के कारण प्रदेश में बादल छाए हुए हैं और रुक-रुककर बारिश हो रही है। इससे अधिकतम तापमान में गिरावट दर्ज की गई है और दिसंबर जैसी ठंडक महसूस हो रही है। मौसम विभाग के अनुसार, अगले दो से तीन दिन तक इसी तरह हल्की से मध्यम वर्षा की संभावना बनी रहेगी।
मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार, चक्रवाती तूफान ‘मोंथा’ का अवशेष गहरे कम दबाव के क्षेत्र में बदलकर पूर्वी मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ पर सक्रिय है। साथ ही, पूर्वी-मध्य अरब सागर में एक अवदाब का क्षेत्र बना हुआ है, जबकि दक्षिणी हरियाणा और राजस्थान के ऊपर हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात सक्रिय है। 3 नवंबर से एक नया पश्चिमी विक्षोभ हिमालयी क्षेत्र में सक्रिय होने की संभावना जताई गई है। शुक्रवार को पूरे प्रदेश में वर्षा होने के आसार हैं, जबकि रीवा, शहडोल और जबलपुर संभागों के जिलों में कहीं-कहीं मध्यम से भारी बारिश हो सकती है। मौसम विभाग के अनुसार, बंगाल की खाड़ी और अरब सागर से लगातार नमी मिल रही है, जिसके कारण प्रदेश में बादल और रुक-रुककर वर्षा का दौर जारी है। इससे तापमान में गिरावट दर्ज की गई है और दिसंबर जैसी ठंडक महसूस हो रही है, जो अगले तीन से चार दिनों तक बनी रह सकती है।
गुरुवार को राजस्थान के कई हिस्सों में लगातार बूंदाबांदी और घना कोहरा छाया रहा, जिससे ठंड का असर बढ़ गया। जयपुर, उदयपुर, अलवर, सीकर और करौली सहित कई जिलों में तापमान में गिरावट दर्ज की गई। सुबह से रुक-रुककर हो रही बारिश के कारण सड़कों पर फिसलन और विज़िबिलिटी में कमी आई, जबकि ग्रामीण इलाकों और हाईवे पर घने कोहरे से यातायात प्रभावित हुआ। मौसम विभाग ने 17 जिलों में हल्की से मध्यम बारिश और तेज हवाओं के लिए येलो अलर्ट जारी किया है।