किसान भाइयों, अगर आप गेहूं बेचने की योजना बना रहे हैं, तो आज का मंडी भाव जानना आपके लिए बेहद जरूरी है। 21 जून 2025 को उत्तर प्रदेश की मंडियों में गेहूं के टुडे मंडी भाव में काफी उतार-चढ़ाव देखा गया। कई जगहों पर भाव न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) ₹2425 से भी नीचे रहे, जबकि सहारनपुर और मुगराबादशाहपुर मंडियों में गेहूं का लेटेस्ट मंडी प्राइस ₹2630 प्रति क्विंटल तक दर्ज किया गया।
यह अंतर साफ तौर पर दर्शाता है कि सही मंडी का चुनाव सीधे आपकी कमाई को प्रभावित कर सकता है।
इस रिपोर्ट में जानिए:
अगर आप चाहते हैं कि आपकी मेहनत का सही मूल्य मिले, तो पूरी मंडीवार रिपोर्ट पढ़ें और समझें आज की बाज़ार चाल। सही जानकारी से ही आप ले सकते हैं फसल बेचने का लाभदायक निर्णय।
मंडी का नाम | आवक (टन में) | वैरायटी | न्यूनतम मूल्य (₹/क्विंटल)2 | अधिकतम मूल्य (₹/क्विंटल)2 |
अलीगंज | 3 | दड़ा | ₹ 2,450 | ₹ 2,460 |
आनंदनगर | 10.9 | दड़ा | ₹ 2,425 | ₹ 2,450 |
बबराला | 254 | दड़ा | ₹ 2,510 | ₹ 2,520 |
बछरावां | 115 | दड़ा | ₹ 2,425 | ₹ 2,500 |
बदायूं | 177.3 | दड़ा | ₹ 2,425 | ₹ 2,530 |
भेहजोरी | 55 | दड़ा | ₹ 2,500 | ₹ 2,510 |
बुलंदशहर | 80 | दड़ा | ₹ 2,500 | ₹ 2,520 |
लालगंज | 140 | दड़ा | ₹ 2,450 | ₹ 2,500 |
माधौगढ़ | 20 | दड़ा | ₹ 2,350 | ₹ 2,425 |
मैगलगंज | 45 | दड़ा | ₹ 2,400 | ₹ 2,450 |
रायबरेली | 300 | दड़ा | ₹ 2,430 | ₹ 2,480 |
रामपुर | 80 | दड़ा | ₹ 2,500 | ₹ 2,590 |
रसड़ा | 28 | दड़ा | ₹ 2,480 | ₹ 2,590 |
रॉबर्ट्सगंज | 40 | दड़ा | ₹ 2,330 | ₹ 2,565 |
सहारनपुर | 550 | दड़ा | ₹ 2,450 | ₹ 2,630 |
शामली | 58 | दड़ा | ₹ 2,510 | ₹ 2,600 |
उत्तरिपुरा | 140 | दड़ा | ₹ 2,430 | ₹ 2,530 |
मेहरौनी | 127.6 | 147 एवरेज | ₹ 2,450 | ₹ 2,600 |
मुगराबादशाहपुर | 54 | दड़ा | ₹ 2,430 | ₹ 2,630 |
मथुरा | 458 | दड़ा | ₹ 2,480 | ₹ 2,500 |
कौन सी मंडी रही फायदेमंद, कौन सी घाटे वाली? गेहूं भाव की गहराई से तुलना:
21 जून को यूपी की मंडियों में गेहूं की कीमतों में विविधता देखी गई। जहां कुछ मंडियों जैसे मधौगढ़ (₹2350) और रॉबर्ट्सगंज (₹2330) में न्यूनतम रेट MSP ₹2425 से नीचे दर्ज हुए, वहीं सहारनपुर और मुगराबादशाहपुर में ₹2630 का अधिकतम भाव किसानों के लिए राहत भरा रहा। रामपुर, शामली, मेहरूनी, और रसड़ा में भी ₹2590 से ऊपर का अधिकतम रेट देखा गया। दूसरी ओर, मथुरा, रायबरेली, लालगंज, और मइगलगंज जैसी मंडियों में भाव स्थिर और सीमित दायरे में बने रहे। इससे स्पष्ट है कि जिन मंडियों में आवक अधिक और मांग संतुलित रही, वहां रेट बेहतर बने हुए हैं।
किसानों के लिए सलाह: