टुडे मंडी रेट की बात करें तो 8 अगस्त 2025 को देश की मंडियों में टमाटर के भाव ने हर किसान और व्यापारी को चौंका दिया — खासकर मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र में लेटेस्ट टमाटर प्राइस ₹5000 प्रति क्विंटल से भी ऊपर पहुंच गया है। सरंगपुर, जावरा और सनावद जैसी मंडियों में अच्छी क्वालिटी वाले टमाटर ₹5000+ में बिके, जबकि पुणे और कलमेश्वर जैसी मंडियों में भी ₹3000–₹5000 के बीच रेट बने रहे। लेकिन वहीं दूसरी ओर, कुछ जगहों पर खराब क्वालिटी के टमाटर ₹500 तक ही सिमट गए, जो बाजार में क्वालिटी के महत्व को साफ दिखाता है। ऐसे में अगर आपके पास ताज़ा और बढ़िया टमाटर हैं, तो अभी का वक्त मंडी में ऊँचे रेट पाने के लिए सबसे मुफ़ीद है — सही मंडी का चुनाव आपको ₹4000–₹5000 प्रति क्विंटल तक का सीधा फायदा दिला सकता है।
| मंडी का नाम | आवक (टन) | किस्म | न्यूनतम मूल्य (₹/क्विंटल) | अधिकतम मूल्य (₹/क्विंटल) |
| बड़वानी (F&V) | 0.62 | टमाटर | 1700 | 1800 |
| जावरा (F&V) | 0.53 | टमाटर | 3000 | 5000 |
| मनावर (F&V) | 0.2 | टमाटर | 1900 | 2100 |
| सनावद (F&V) | 0.2 | देसी | 4000 | 5000 |
| सारंगपुर (F&V) | 1.3 | टमाटर | 2000 | 5600 |
| सेंधवा (F&V) | 0.3 | हाइब्रिड | 900 | 1600 |
विशेष: जावरा, सनावद और सरंगपुर में टमाटर के रेट ₹5000 पार पहुँचे — यह साफ दर्शाता है कि वहाँ क्वालिटी प्रोडक्ट की डिमांड काफी तेज है।
| मंडी का नाम | आवक (टन) | किस्म | न्यूनतम मूल्य (₹/क्विंटल) | अधिकतम मूल्य (₹/क्विंटल) |
| घोटी | 1.8 | अन्य | 2000 | 2200 |
| कलमेश्वर | 1.2 | अन्य | 4560 | 5000 |
| खेड़ (चाकण) | 32.4 | अन्य | 2500 | 3500 |
| पाटण | 0.9 | अन्य | 1150 | 1350 |
| पुणे (मोशी) | 33 | देशी | 2500 | 3000 |
| पुणे (पिंपरी) | 0.1 | देशी | 2900 | 3000 |
| राहता | 4.2 | अन्य | 500 | 2500 |
| श्रीरामपुर | 3.2 | अन्य | 2500 | 3000 |
| वाई | 1.4 | देशी | 1500 | 3000 |
महाराष्ट्र की पुणे, कलमेश्वर, खेड़ और शिरसपुर मंडियों में भाव ₹3,000–₹5,000 के बीच देखे गए — जिससे पता चलता है कि वहां भी टमाटर की अच्छी खपत हो रही है।
किसानों के लिए सलाह:
यदि आपके पास उत्तम गुणवत्ता का टमाटर है, तो इसे ऐसी मंडियों में बेचें जहाँ कीमतें ₹4000 से ऊपर चल रही हैं — जैसे कि सरंगपुर, सनावद (MP) या कलमेश्वर, पुणे (MH)।
जिन क्षेत्रों में भाव ₹1000–₹2000 के बीच हैं, वहाँ अभी थोड़ा स्टॉक रोक कर रखना लाभदायक हो सकता है — क्योंकि जैसे-जैसे सप्लाई घटेगी, रेट और ऊपर जा सकते हैं।