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Aaj ka aalu ka bhav: 20 जुलाई 2025: आलू के भाव देखकर हर कोई चौंक गया, दिल्ली में ₹1500 तो गुजरात में सिर्फ ₹300 – जानिए आज की मंडी रिपोर्ट

आलू
आलू

किसान भाइयों और मंडी से जुड़े व्यापारियों, 20 जुलाई 2025 को देश की मंडियों में आलू के टुडे मंडी भाव ने सबको चौंका दिया। एक ही दिन में दिल्ली की केशोपुर मंडी में जहां आलू ₹1500 प्रति क्विंटल तक बिका, वहीं गुजरात की गोंडल मंडी में यही आलू ₹300 से भी नीचे रह गया। इतनी बड़ी कीमतों की खाई सिर्फ आंकड़ों का फर्क नहीं है यह दिखाता है कि लेटेस्ट मंडी प्राइस फसल की क्वालिटी, मंडी की मांग और आपूर्ति पर किस हद तक निर्भर करता है। अगर आप चाहते हैं कि आपकी मेहनत का सही मूल्य मिले, तो मंडी चुनते वक्त भावों की तुलना, किस्म की पहचान और सप्लाई की रणनीति को समझना बेहद जरूरी है। इस रिपोर्ट में आपको मिलेगा मंडीवार भावों का पूरा लेखा-जोखा, आवक की स्थिति और वो जरूरी सुझाव, जिससे आप अपने मंडी भाव का पूरा फायदा उठा सकें।

मंडीवार आलू के रेट (20 जुलाई 2025) Mandi wise potato rates (20 July 2025):

राज्य मंडी का नाम आवक (टन) किस्म न्यूनतम भाव (₹/क्विंटल) अधिकतम भाव (₹/क्विंटल)
दिल्ली (NCT) केशोपुर 264 आलू ₹ 1,100 ₹ 1,500
पंजाब अहमदगढ़ 0.2 अन्य ₹ 1,200 ₹ 1,300
पंजाब भवानीगढ़ 6 अन्य ₹ 800 ₹ 800
पंजाब पट्टी 0.6 अन्य ₹ 800 ₹ 1,000
पंजाब रामपुराफूल (नाभा मंडी) 2.6 अन्य ₹ 400 ₹ 500
पंजाब टांडा ऊर्मुर 3.4 अन्य ₹ 1,200 ₹ 1,400
गुजरात गोंडल (सब्ज़ी मंडी) 23.1 आलू ₹ 200 ₹ 300

कहां महंगा, कहां सस्ता बिका आलू? 

20 जुलाई को आलू की कीमतों में मंडी दर मंडी बड़ा फर्क देखने को मिला। सबसे महंगा आलू दिल्ली की केशोपुर मंडी में बिका, जहां इसका भाव ₹1500 प्रति क्विंटल तक पहुंच गया। दिल्ली के बाद पंजाब की टांडा ऊर्मुर और अहमदगढ़ मंडियों में भी अच्छे रेट मिले – ₹1200 से ₹1400 तक। लेकिन दूसरी तरफ कुछ मंडियों में आलू औने-पौने दामों पर बिका। गुजरात के गोंडल मंडी में आलू का भाव सिर्फ ₹200 से ₹300 प्रति क्विंटल रहा, जो पूरे देश में सबसे सस्ता रेट था। इसी तरह पंजाब की रामपुराफूल मंडी में भी रेट ₹400–₹500 के बीच ही सिमटा रहा। कुल मिलाकर, जहां मांग ज्यादा और क्वालिटी बेहतर रही, वहां आलू अच्छे दामों पर बिका, जबकि उत्पादन क्षेत्र या ओवर-सप्लाई वाली जगहों पर रेट काफी गिरा हुआ दिखा।

किसानों और व्यापारियों के लिए सलाह:

  1. दिल्ली जैसे खपत बाजार में माल भेजने पर ज्यादा लाभ की संभावना है, विशेषकर अगर क्वालिटी अच्छी हो।
  2. गुजरात के उत्पादक क्षेत्रों में अगर स्थानीय मंडियों में रेट कम हैं, तो व्यापारी इंटर-स्टेट मार्केटिंग पर विचार करें।
  3. छोटी मंडियों में जहाँ रेट ₹400–₹800 के बीच हैं, वहां स्टोरेज करके या लेट सेलिंग स्ट्रैटेजी अपनाना फायदे का सौदा हो सकता है।

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