अगस्त माह के दूसरे सप्ताह में मानसून ने एक बार फिर रफ्तार पकड़ी है और मध्यप्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में बारिश का सिलसिला जारी है। सोमवार को प्रदेश के कई जिलों में कहीं तेज तो कहीं हल्की बरसात देखने को मिली। छतरपुर जिले के नौगांव में सुबह 9:30 बजे से शाम 5:30 बजे के बीच 59 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। वहीं, खजुराहो में 10 मिमी, दमोह में 5 मिमी, सतना में 4 मिमी, पचमढ़ी में 7 मिमी, नर्मदापुरम में 0.7 मिमी और दतिया में 2 मिमी बारिश रिकॉर्ड हुई।
मौसम विभाग के अनुसार, अगले 24 घंटों में छतरपुर, सतना, पन्ना, रीवा, मैहर, दमोह, कटनी, जबलपुर, सिवनी, मंडला और बालाघाट में भारी वर्षा की संभावना है। 13 अगस्त को राज्य के दक्षिणी ज़िलों में बारिश होने की संभावना है, जबकि 14 अगस्त को भोपाल, नर्मदापुरम, उज्जैन, इंदौर और जबलपुर संभाग में भारी वर्षा का अलर्ट जारी किया गया है। साथ ही, 14 से 17 अगस्त तक पश्चिमी मध्यप्रदेश (इंदौर, उज्जैन, देवास, धार, झाबुआ, रतलाम, बड़वानी, मंदसौर, नीमच, खरगोन) और 12 से 17 अगस्त के बीच पूर्वी मध्यप्रदेश ( कटनी, नरसिंहपुर, सिवनी, मंडला, बालाघाट, छिंदवाड़ा, सागर, दमोह, पन्ना, छतरपुर, रीवा, सतना, शहडोल, अनुपपुर, उमरिया, डिंडोरी, सिंगरौली) के कुछ हिस्सों में भारी बारिश की संभावना जताई गई है।
बारिश के बावजूद तापमान में ज्यादा गिरावट नहीं आई है। प्रमुख जिलों में अधिकतम तापमान खजुराहो में 34 डिग्री सेल्सियस, रीवा में 32.5, जबलपुर में 32, दमोह में 30.2, उज्जैन में 31.6, ग्वालियर में 31.7 और भोपाल में 29.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
मौसम विशेषज्ञों ने लोगों को सचेत करते हुए जलभराव वाले इलाकों से सावधान रहने और अनावश्यक यात्रा से बचने की सलाह दी है। शहरों में निगम दलों को जलनिकासी की व्यवस्था पुख्ता करने के निर्देश दिए गए हैं ताकि तेज बारिश की स्थिति में किसी तरह की परेशानी न हो।
हल्की ठंडक ने जहां लोगों को राहत दी है, वहीं लगातार हो रही बारिश से किसानों के चेहरे भी खिल उठे हैं। फसलों के लिए यह बरसात लाभदायक मानी जा रही है, लेकिन साथ ही, निचले इलाकों में बाढ़ और पानी भरने का खतरा भी बना हुआ है।
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