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गुजरात: बेमौसम बारिश से बर्बाद हुई फसलों का मुआवजा! जानें सरकार का 'राहत पैकेज' और आवेदन का तरीका

गुजरात बेमौसम बारिश मुआवजा
गुजरात बेमौसम बारिश मुआवजा

गुजरात में इस वर्ष हुई बेमौसम बारिश ने किसानों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। कई जिलों में लगातार भारी वर्षा के कारण खरीफ फसलों को व्यापक नुकसान पहुंचा है। खेतों में खड़ी फसलें नष्ट हो जाने से लाखों किसान आर्थिक संकट का सामना कर रहे हैं। किसानों की इसी परेशानी को देखते हुए गुजरात सरकार ने फसल नुकसान मुआवजा देने के लिए विशेष राहत पैकेज की घोषणा की है। इसके साथ ही एक राहत पोर्टल भी शुरू किया गया है, जहां किसान ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं।
सरकार के अनुसार यह राहत पोर्टल शुक्रवार दोपहर से सक्रिय हो जाएगा और आगामी 15 दिनों तक खुला रहेगा। इस अवधि में किसान आवश्यक दस्तावेज जमा कर राहत राशि के लिए पात्रता प्राप्त कर सकते हैं।

कैसे करें आवेदन? सरकार ने जारी किया पोर्टल लिंक How to apply? The government has released the portal link:

किसान अपने गांव की ग्राम पंचायत में मौजूद ग्राम कंप्यूटर उद्यमी (VCE) या ग्राम स्तरीय उद्यमी (VLE) की सहायता से आवेदन कर सकते हैं। सरकार ने सुविधा के लिए विशेष लिंक जारी किया है: https://krp.gujarat.gov.in यहां किसान फसल नुकसान राहत पैकेज के लिए आवेदन फॉर्म भर सकते हैं।

  • आवेदन प्रक्रिया पूरी तरह निशुल्क है।
  • सत्यापन पूरा होने के बाद मुआवजा राशि सीधे डीबीटी (Direct Benefit Transfer) के माध्यम से किसानों के बैंक खातों में जमा कर दी जाएगी।
  • पूरी प्रक्रिया को पारदर्शी और त्वरित बनाने के लिए इसे पूर्णतः डिजिटल बनाया गया है।

आवेदन के लिए आवश्यक दस्तावेज Documents required for application:

सरकार ने स्पष्ट किया है कि किसानों को स्थानीय नियमों के अनुसार सभी आवश्यक दस्तावेज जमा करने होंगे। कृषि मंत्री जीतू वघानी ने कहा कि पात्र आवेदनों पर तुरंत कार्रवाई की जाएगी और जरूरत पड़ने पर आवेदन की समय सीमा बढ़ाने पर भी विचार किया जाएगा।

मुख्य दस्तावेजों में शामिल हैं:

  • पहचान प्रमाण
  • भूमि रिकॉर्ड
  • बैंक विवरण
  • फसल नुकसान का प्रमाण (स्थानीय स्तर पर निर्धारित)

नुकसान का आकलन: 16,500 से अधिक गांव प्रभावित Damage assessment: Over 16,500 villages affected:

गुजरात सरकार ने बताया कि 33 जिलों के 251 तालुकों में फैले 16,500 से अधिक गांवों में फसल नुकसान का विस्तृत सर्वे किया गया है। कृषि विभाग की टीमों ने विभिन्न क्षेत्रों का दौरा कर नुकसान की पुष्टि की है। अक्टूबर के अंतिम सप्ताह में हुई लगातार बारिश ने भारी तबाही मचाई। 88.67 मिमी वर्षा के चलते 71 लाख हेक्टेयर कृषि भूमि प्रभावित हुई। सरकारी सर्वे के अनुसार खरीफ सीजन की लगभग 30 लाख हेक्टेयर फसल का 33% हिस्सा नष्ट हुआ है। कुल नुकसान का अनुमान 1,574 करोड़ रुपये लगाया गया है, जिसका सीधा असर 17.06 लाख किसानों की आजीविका पर पड़ा है।

सौराष्ट्र सबसे अधिक प्रभावित: 80% नुकसान इसी क्षेत्र में सौराष्ट्र क्षेत्र में नुकसान सबसे अधिक दर्ज किया गया है। यहां 37.71 लाख हेक्टेयर में बुवाई की गई थी, जिसमें से 33.53 लाख हेक्टेयर फसल बर्बाद हो गई। लगभग 12.65 लाख किसानों की फसलों को 33% से अधिक नुकसान पहुंचा, जिससे 1,218.50 करोड़ रुपये का भारी नुकसान हुआ। यह राज्य में कुल नुकसान का लगभग 80% है।

मध्य-पूर्व और दक्षिण गुजरात की स्थिति भी गंभीर:

मध्य-पूर्व गुजरात:

  • 15.55 लाख हेक्टेयर में से 52.54% क्षेत्र प्रभावित
  • 2.59 लाख किसानों को 296.45 करोड़ रुपये का नुकसान

दक्षिण गुजरात:

  • 79% फसलें प्रभावित
  • 5.61 लाख हेक्टेयर क्षेत्र प्रभावित
  • 1.36 लाख किसानों को 58.45 करोड़ रुपये का नुकसान

उत्तर गुजरात:

  • 18.08 लाख हेक्टेयर में बुवाई
  • 4.14 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में नुकसान
  • 44,849 किसानों को 28.11 करोड़ रुपये का नुकसान

किसानों से अपील: समय पर करें आवेदन: राज्य सरकार ने किसानों से अपील की है कि वे जल्द से जल्द राहत पोर्टल के माध्यम से आवेदन करें, ताकि मुआवजा राशि समय पर उनके बैंक खातों में पहुंच सके। किसानों की सुविधा के लिए हर पंचायत स्तर पर हेल्पडेस्क स्थापित किए जा रहे हैं, जहां उन्हें आवेदन प्रक्रिया से संबंधित सहायता मिलेगी।

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