Garlic Mandi Bhav: किसान भाइयों, आज देशभर की मंडियों में लहसुन के दामों में अचानक तेज़ उछाल देखने को मिला है। कई जगहों पर लहसुन का भाव आज ₹10,000 प्रति क्विंटल तक पहुँच गया, जिसने बाजार में हलचल मचा दी है। गुजरात, हरियाणा और पंजाब की प्रमुख मंडियों में कम आवक और पुराना स्टॉक खत्म होने की वजह से रेट में ज़बरदस्त तेजी दर्ज की गई है।
नई फसल आने में अभी समय है, ऐसे में अच्छी क्वालिटी वाले लहसुन की मांग लगातार बढ़ रही है। यही वजह है कि आज Garlic Mandi Bhav Today कई राज्यों में किसानों को शानदार मुनाफा दे रहे हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि अगले कुछ दिनों तक लेटेस्ट मंडी प्राइस में तेजी बनी रह सकती है, खासकर उन मंडियों में जहाँ आवक सीमित है।
अगर आप भी लहसुन बेचने की योजना बना रहे हैं, तो आज की यह पूरी रिपोर्ट आपको सही समय और सही मंडी चुनने में मदद करेगी। नीचे देखें कौन सी मंडी में मिला सबसे ज़्यादा भाव और कहाँ कीमतें स्थिर रहीं।
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राज्य
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मंडी | आवक (टन) | किस्म | न्यूनतम भाव (₹/क्विंटल) | अधिकतम भाव (₹/क्विंटल) |
| गुजरात | दाहोद (Veg Market) APMC | 0.47 | लहसुन | 3,000 | 10,000 |
| गुजरात | जामनगर APMC | 112 | अन्य | 2,625 | 5,900 |
| गुजरात | जसदन APMC | 0.4 | लहसुन | 2,750 | 4,105 |
| गुजरात | जेतपुर (राजकोट) APMC | 12.9 | लहसुन | 1,855 | 5,255 |
| गुजरात | राजकोट APMC | 96 | लहसुन | 2,500 | 5,250 |
| गुजरात | वधवाण APMC | 0.2 | लहसुन | 6,000 | 7,500 |
| गुजरात | विसावदर APMC | 7.38 | लहसुन | 1,750 | 2,980 |
| हरियाणा | बरवाला APMC | 0.1 | लहसुन | 8,000 | 10,000 |
| हरियाणा | गनौर APMC | 0.15 | औसत | 7,000 | 9,000 |
| हरियाणा | इंद्री APMC | 3.2 | औसत | 3,000 | 6,000 |
| हरियाणा | शाहाबाद APMC | 0.2 | लहसुन | 3,350 | 6,550 |
| पंजाब | बसी पठाना APMC | 0.1 | लहसुन | 7,000 | 7,500 |
| पंजाब | फाजिल्का APMC | 0.13 | लहसुन | 6,900 | 7,000 |
| पंजाब | कुराली APMC | 0.2 | अन्य | 6,800 | 7,000 |
| पंजाब | लुधियाना APMC | 1.6 | अन्य | 2,000 | 5,000 |
| पंजाब | मानसा APMC | 0.5 | लहसुन | 8,000 | 9,000 |
किसानों के लिए जरूरी सलाह: किसानों के लिए आज की बड़ी सलाह यह है कि जिन इलाकों में रेट मजबूत चल रहे हैं जैसे गुजरात का दाहोद, वधवन, हरियाणा का बरवाला और पंजाब का मानसा वहाँ किसान अपना स्टॉक तुरंत बेचकर अच्छा लाभ कमा सकते हैं। लेकिन जिन क्षेत्रों में रेट कम चल रहे हैं, वहाँ किसान 7–10 दिन माल रोककर रखें क्योंकि कम आवक और ठंडे मौसम के कारण आने वाले दिनों में दाम फिर बढ़ने की संभावना है। साथ ही किसान अपने माल को अच्छी तरह सुखाकर और साफ करके ही मंडी भेजें, क्योंकि इस समय सबसे ज्यादा दाम सिर्फ प्रीमियम क्वालिटी के लहसुन को मिल रहे हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि अगर आवक इसी तरह कम रही तो अगले सप्ताह कई मंडियों में फिर से तेजी देखने को मिल सकती है।
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