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सुपर सीडर, हैप्पी सीडर और स्मार्ट सीडर के लिए आवेदन शुरू – जानिए कहाँ से और कैसे करें आवेदन

सुपर सीडर, हैप्पी सीडर और स्मार्ट सीडर पर अनुदान
सुपर सीडर, हैप्पी सीडर और स्मार्ट सीडर पर अनुदान

किसान भाइयों, क्या आप भी खेत की उर्वरकता बनाए रखने और फसल अवशेष (नरवाई) जलाने की समस्या से छुटकारा पाना चाहते हैं? तो आपके लिए एक शानदार मौका है! मध्य प्रदेश सरकार आपके लिए लाई है सुपर सीडर, हैप्पी सीडर और स्मार्ट सीडर जैसे आधुनिक कृषि यंत्रों पर सरकारी अनुदान योजना।
5 जुलाई 2025 से इस योजना के लिए ऑनलाइन आवेदन शुरू हो चुके हैं। यह योजना न केवल पर्यावरण को बचाने में मददगार है, बल्कि इससे आपकी मेहनत, समय और लागत – तीनों में बचत भी होगी। आवेदन प्रक्रिया पूरी तरह से पारदर्शी है और चयन लॉटरी सिस्टम के ज़रिए किया जाएगा।

अगर आप खेती को आधुनिक बनाना चाहते हैं और सरकार की इस सुविधा का लाभ उठाना चाहते हैं, तो यह मौका बिल्कुल न गंवाएं। आगे इस लेख में हम आपको बताएंगे – आवेदन की पूरी प्रक्रिया, जरूरी दस्तावेज़, धरोहर राशि की जानकारी और इन यंत्रों से मिलने वाले जबरदस्त फायदे।

5 जुलाई 2025 से शुरू हुए आवेदन Application Process Started from 5th July 2025

इस योजना के लिए आवेदन 05 जुलाई 2025 से ई-कृषि यंत्र अनुदान पोर्टल (https://farmer.mpdage.org) पर आमंत्रित किए गए हैं। प्राप्त आवेदनों के आधार पर जिलेवार लक्ष्य तय किए जाएंगे और उसके बाद लॉटरी के माध्यम से चयन किया जाएगा। लॉटरी की तारीख और सूची की सूचना अलग से पोर्टल पर प्रकाशित की जाएगी।

आवेदन के लिए जरूरी शर्तें और धरोहर राशि Eligibility Criteria and Security Deposit

आवेदन के साथ किसान भाइयों को अपने ही बैंक खाते से बना डिमांड ड्राफ्ट (DD) जमा करना अनिवार्य होगा। धरोहर राशि के बिना कोई भी आवेदन मान्य नहीं माना जाएगा। यह डीडी अपने जिले के सहायक कृषि यंत्री के नाम से बनवाना होगा। यंत्र के अनुसार राशि निम्नलिखित है:

  • हैप्पी सीडर हेतु – ₹4500
  • सुपर सीडर हेतु – ₹4500
  • स्मार्ट सीडर हेतु – ₹4500 

इन यंत्रों से किसानों को क्या मिलेगा लाभ?
इन मशीनों के उपयोग से खेतों में बचे फसल अवशेषों को जलाने की जरूरत नहीं पड़ती। यंत्र अवशेषों को मिट्टी में मिलाकर एक साथ बोवनी (बीजारोपण) का कार्य भी कर देते हैं। इससे खेत की उर्वरा शक्ति बनी रहती है, पर्यावरण की सुरक्षा होती है और किसान का समय एवं खर्च दोनों बचते हैं। साथ ही खेत की नमी भी संरक्षित रहती है जिससे अगली फसल की तैयारी जल्दी हो जाती है।

कौन कर सकता है आवेदन? Who Can Apply?

इस योजना का लाभ प्रदेश के सभी पंजीकृत किसान उठा सकते हैं। इसके लिए आपको डीबीटी पंजीकरण आवश्यक है। डीडी बनाने और आवेदन की प्रक्रिया ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से पूरी करनी होगी। अगर आपको आवेदन या दस्तावेज़ी प्रक्रिया में कोई समस्या आ रही है तो आप अपने जिले के सहायक कृषि यंत्री से संपर्क कर सकते हैं।

कहां और कैसे करें आवेदन?

किसान भाइयों को आवेदन करने के लिए नीचे दिए गए पोर्टल पर जाना होगा:
 https://farmer.mpdage.org/Home/Index

यहाँ “हैप्पी सीडर / सुपर सीडर / स्मार्ट सीडर” योजना से संबंधित सेक्शन में जाकर आवेदन करें और मांगी गई सभी जानकारियां सावधानी से भरें। डीडी बनवाने के बाद उसकी स्कैन कॉपी भी साथ अपलोड करें।

निष्कर्ष
अगर आप भी खेत में फसल अवशेष जलाने की समस्या से जूझ रहे हैं या मेहनत और समय की बचत के साथ बेहतर उत्पादन चाहते हैं, तो यह योजना आपके लिए वरदान से कम नहीं है। आधुनिक यंत्रों का उपयोग कर खेती को उन्नत बनाएं और सरकार की अनुदान योजना का भरपूर लाभ उठाएं। आवेदन प्रक्रिया शुरू हो चुकी है – देर न करें और जल्द से जल्द आवेदन करें।

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