कृषि मंत्रालय द्वारा जारी 2024-25 की अंतिम कृषि उत्पादन अनुमान रिपोर्ट के अनुसार देश में खाद्यान्न उत्पादन में लगभग 8% की रिकॉर्ड वृद्धि दर्ज की गई है। 2023-24 के 332.30 मिलियन टन की तुलना में 2024-25 में खाद्यान्न उत्पादन बढ़कर 357.73 मिलियन टन तक पहुंच गया।
केंद्रीय कृषि मंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने इस ऐतिहासिक उपलब्धि के लिए किसानों के प्रति आभार व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि पिछले दस वर्षों में भारत ने खाद्यान्न उत्पादन में 106 मिलियन टन की अभूतपूर्व वृद्धि हासिल की है। 2015-16 के 251.54 मिलियन टन से बढ़कर यह आंकड़ा अब 357.73 मिलियन टन तक पहुंच गया है, जो प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में कृषि क्षेत्र की तेज प्रगति को दर्शाता है।
कृषि मंत्री के अनुसार, 2024-25 में कई प्रमुख फसलों ने रिकॉर्ड उत्पादन दर्ज किया है:
इसके अलावा:
सरकार के तेलहन मिशन के परिणाम भी उत्साहजनक रहे हैं। 2023-24 के 396.69 लाख टन के मुकाबले 2024-25 में तेलहन उत्पादन बढ़कर 429.89 लाख टन हो गया है। सोयाबीन 130.62 से बढ़कर 152.68 लाख टन (रिकॉर्ड), मूंगफली 101.80 से बढ़कर 119.42 लाख टन (रिकॉर्ड) और रेपसीड-मस्टर्ड 126.67 लाख टन हो गया है।
फसलवार कुल उत्पादन आंकड़े (2024-25):
कुल तेलहन: 429.89 लाख टन:
अन्य प्रमुख फसलें:
आत्मनिर्भर दाल मिशन से मिलेगा अतिरिक्त बल: अंतिम अनुमान जारी करने के बाद कृषि मंत्री ने अधिकारियों के साथ बैठक कर भविष्य की रणनीतियों पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में शुरू किया गया ‘दालों में आत्मनिर्भरता मिशन’ दाल उत्पादन में और तेज़ी लाएगा। उन्होंने बताया कि तुअर, उड़द, चना और मूंग की एमएसपी खरीद सुनिश्चित करने से बड़ी संख्या में किसान लाभान्वित हो रहे हैं। सरकार की प्राथमिकता कृषि और किसानों का कल्याण है, और इसी दिशा में प्रभावी प्रयास आगे भी जारी रहेंगे।
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