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SC वर्ग के युवाओं के लिए खुशखबरी! संत रविदास स्वरोजगार योजना में ₹50 लाख तक की मदद

संत रविदास स्वरोजगार योजना
संत रविदास स्वरोजगार योजना

अनुसूचित जाति वर्ग के युवाओं को स्वरोजगार के लिए प्रोत्साहित करने हेतु संत रविदास स्वरोजगार योजना के अंतर्गत विनिर्माण, सेवा एवं व्यापार क्षेत्रों की परियोजनाओं के लिए वित्तीय सहायता प्रदान की जा रही है। यह योजना जिला अंत्यावसायी सहकारी विकास समिति द्वारा संचालित की जा रही है।

परियोजना की सीमा और पात्रता:

इस योजना के अंतर्गत:

विनिर्माण इकाइयों के लिए ₹1.00 लाख से ₹50.00 लाख तक की परियोजनाएं।
सेवा (सर्विस) एवं खुदरा व्यापार (रिटेल ट्रेड) के लिए ₹1.00 लाख से ₹25.00 लाख तक की परियोजनाएं स्वीकृत की जाती हैं।

योजना का लाभ केवल नवीन उद्यमों की स्थापना के लिए दिया जाएगा। इसके लिए पात्रता निम्नानुसार है:

  1. आवेदक अनुसूचित जाति वर्ग का हो।
  2. जिले का मूल निवासी हो।
  3. आयु 18 से 45 वर्ष के बीच हो।
  4. न्यूनतम 8वीं कक्षा उत्तीर्ण हो।
  5. परिवार की वार्षिक आय ₹12 लाख से अधिक नहीं होनी चाहिए।
  6. आवेदक किसी अन्य स्वरोजगार योजना से लाभान्वित न हो और किसी बैंक या वित्तीय संस्था का डिफॉल्टर न हो।

परिवार की परिभाषा:

यदि आवेदक अविवाहित है, तो उसके माता-पिता तक सीमित।
यदि विवाहित है, तो पति/पत्नी और अविवाहित आश्रित बच्चों तक सीमित।

वित्तीय सहायता व प्रशिक्षण:

  1. बैंक द्वारा वितरित या बकाया ऋण पर 5% वार्षिक ब्याज अनुदान अधिकतम 7 वर्षों तक (नियमित ऋण भुगतान की शर्त पर) दिया जाएगा।
  2. मध्यप्रदेश शासन द्वारा गारंटी शुल्क वहन किया जाएगा।
  3. इच्छुक हितग्राहियों को 12 दिवसीय उद्यमिता विकास प्रशिक्षण ऑनलाइन माध्यम से दिया जाएगा।
  4. योजना अंतर्गत उद्योग, सेवा और व्यापार क्षेत्र की वे परियोजनाएं शामिल हैं, जो CGTMSE गारंटी योजना के अंतर्गत पात्र हैं।

आवेदन प्रक्रिया:

योजना के लिए आवेदन www.samast.mp.gov.in पोर्टल पर ऑनलाइन किया जा सकता है।
अधिक जानकारी के लिए कार्यपालन अधिकारी, जिला अंत्यावसायी सहकारी विकास समिति, कलेक्ट्रेट कार्यालय, कक्ष क्रमांक 121 और 122 में कार्यालयीन समय में संपर्क किया जा सकता है।
नोट: यह योजना अनुसूचित जाति वर्ग के युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने और उद्यमिता को बढ़ावा देने की दिशा में एक प्रभावी कदम है।

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