नई दिल्ली, 25 मई 2025 अगर आप उत्तर भारत या पूर्वोत्तर राज्यों में रहते हैं तो अगले 5 दिन बेहद सतर्क रहने की ज़रूरत है। मौसम का मिज़ाज एकदम बिगड़ने वाला है। एक ओर पहाड़ों में तेज़ बारिश और ओले पड़ने वाले हैं, वहीं मैदानों में धूल भरी आँधी और बिजली गिरने का खतरा मंडरा रहा है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने साफ कहा है "यह हफ्ता हल्का नहीं होने वाला!" आइए जानते हैं कहां-कहां पड़ेगा सबसे ज़्यादा असर और क्या तैयारी ज़रूरी है।
हिमाचल प्रदेश में 25 से 29 मई के बीच हल्की से मध्यम बारिश की संभावना जताई गई है। उत्तराखंड में यह सिलसिला 30 मई तक जारी रह सकता है। विशेष रूप से 25 मई और फिर 28 से 30 मई के बीच कुछ क्षेत्रों में भारी बारिश और ओलावृष्टि की संभावना जताई गई है। इसके साथ ही गरज-चमक और तेज़ रफ्तार हवाएं चलने का भी खतरा बना हुआ है।
27 से 30 मई के बीच जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान और मुजफ्फराबाद के कुछ क्षेत्रों में हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है। इस दौरान गरज-चमक के साथ बिजली गिरने और 40 से 50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने की भी आशंका जताई गई है, जिससे पहाड़ी इलाकों में भूस्खलन का खतरा भी बढ़ सकता है।
राजस्थान, पंजाब, यूपी और हरियाणा में चलेगी तेज़ आँधी: 25 से 30 मई तक पंजाब, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, चंडीगढ़ और राजस्थान में मौसम उथल-पुथल भरा रहेगा। खासकर पश्चिमी राजस्थान में 25 मई को 50-60 किमी/घंटा की रफ्तार से तेज़ आँधी चल सकती है, जो कभी-कभी 70 किमी/घंटा तक पहुँच सकती है। पूर्वी राजस्थान में भी धूल भरी आँधी आने की आशंका है।
ओलावृष्टि और बिजली गिरने का भी अलर्ट: उत्तराखंड में 25 मई को कुछ जगहों पर ओलावृष्टि हो सकती है। वहीं, पूरे उत्तर भारत में गरज-चमक के साथ बिजली गिरने की घटनाएं हो सकती हैं। मौसम विभाग ने सलाह दी है कि लोग बिजली चमकने के दौरान खुले मैदान, पेड़ या बिजली के खंभों के पास न खड़े हों।
पूर्वोत्तर भारत में मूसलधार बारिश का कहर: पूर्वोत्तर भारत के सभी राज्यों असम, मेघालय, अरुणाचल प्रदेश, नागालैंड, मणिपुर, मिज़ोरम और त्रिपुरा — में अगले सात दिनों तक लगातार बारिश होने की संभावना है। 27 और 28 मई को नागालैंड, मणिपुर, मिज़ोरम और त्रिपुरा में बहुत भारी वर्षा हो सकती है। वहीं 29 और 30 मई को असम और मेघालय में भीषण बारिश से बाढ़ जैसे हालात बन सकते हैं।
किसानों के लिए चिंता की बात: बारिश, ओलावृष्टि और आँधी से किसानों की फसलों को बड़ा नुकसान हो सकता है। आम, गेहूं, सब्ज़ियां और अन्य फसलें इस मौसम से प्रभावित हो सकती हैं। मौसम विभाग ने सलाह दी है कि किसान भाई अपनी फसलों को ढक कर रखें और कीटनाशकों का छिड़काव कुछ दिनों के लिए टाल दें। साथ ही, फसल बीमा का विकल्प भी ज़रूर अपनाएं।
क्या करें – क्या न करें? इस मौसम में सावधानी बरतना बेहद ज़रूरी है। बिजली चमकने पर घर में रहें, मोबाइल और टीवी जैसे उपकरणों का उपयोग सीमित करें। किसान भाई समय रहते फसल काट लें और बच्चों को खुले में खेलने से रोकें। खुले में खड़े रहना या दोपहिया वाहन पर तेज़ बारिश में निकलना ख़तरनाक हो सकता है।
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