नवरात्र के पहले दिन से वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) की नई दरें लागू हो गई हैं। संशोधित व्यवस्था के तहत अब केवल दो ही स्लैब रह गए हैं 5 प्रतिशत और 18 प्रतिशत। नई दरों के प्रभाव से रसोई से जुड़ी वस्तुएं, दवाइयाँ, गाड़ियाँ, कपड़े, मकान की खरीद-बिक्री एवं निर्माण, बीमा उत्पाद और एसी-टीवी जैसे कई उपभोक्ता सामान पहले की तुलना में सस्ते हो गए हैं।
इसके साथ ही आम उपयोग की कई चीजों को जीएसटी से पूरी तरह मुक्त कर दिया गया है। इसमें दूध के टेट्रापैक, रोटी, खाखरा, निजी स्वास्थ्य एवं जीवन बीमा सेवाएँ, शिक्षा से जुड़ी सामग्री और 33 से अधिक जीवनरक्षक दवाएँ शामिल हैं। सरकार का मानना है कि इस कदम से आम उपभोक्ताओं को सीधी कर राहत मिलेगी। इसके लिए केंद्र और राज्य सरकारें मिलकर निगरानी कर रही हैं ताकि जीएसटी दरों में बदलाव का लाभ समय पर जनता तक पहुँच सके।
राष्ट्र को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि जीएसटी बचत उत्सव शुरू हो रहा है। लोग अपनी मन पसंद की चीजों को अधिक खरीद पायेंगे। उन्होंने कहा कि स्वदेशी सामानों को लोग खरीदें, जिससे भारत के उद्योग-धंधो में वृद्धि हो।
किसानों के लिए अच्छी खबर है। कृषि उपकरणों पर नई दरें लागू होने से किसानों की लागत कम होगी और उन्हें आधुनिक उपकरण कम दाम में उपलब्ध होंगे। इससे खेती-किसानी में दक्षता बढ़ेगी और उत्पादन लागत घटेगी। नई कीमतों से जहाँ उपकरण सस्ते हुए हैं, वहीं किसानों की जेब पर पड़ने वाला बोझ भी कम हुआ है।
उपकरणों पर मिलने वाला लाभ:
कृषि उपकरण |
पुरानी कीमत |
नई कीमत |
बचत |
पवर टिलर (13 HP½ |
1,90,000 |
1,78,000 |
11,875 |
मल्टी क्राप थ्रेशर (4Ton½ |
2,24,000 |
2,10,000 |
14,000 |
पावर वीडर (7.5 HP½ |
87,920 |
82,425 |
5,495 |
रोटा वेटर (6 फीट) |
1,70,000 |
1,17,187 |
7,812 |