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भारतीय कृषि में ड्रोन तकनीक से खेती हुई आसान और अधिक सटीक

ड्रोन खेती
ड्रोन खेती

कृषि भारत की अर्थव्यवस्था की रीढ़ है, जिसमें 50% से अधिक लोग आजीविका के लिए इस पर निर्भर हैं। लेकिन आज भी भारतीय किसान कम उत्पादकता, मजदूरी की कमी, जलवायु परिवर्तन और पारंपरिक तरीकों जैसी समस्याओं से जूझ रहे हैं। ऐसे में आधुनिक तकनीक, खासकर ड्रोन (UAV – अनमैन्ड एरियल व्हीकल), भारतीय कृषि में बदलाव ला रही है।

कृषि ड्रोन कैसे काम करते हैं?

कृषि ड्रोन में हाई-रेजोल्यूशन कैमरा, सेंसर और GPS तकनीक होती है। ये ड्रोन खेतों के ऊपर उड़कर डेटा इकट्ठा करते हैं या खाद, कीटनाशक आदि का छिड़काव करते हैं। इन्हें रिमोट से या ऑटोमेटिक तरीके से उड़ाया जा सकता है।

ड्रोन मुख्य रूप से दो प्रकार के होते हैं:

  1. फिक्स्ड-विंग ड्रोन – बड़े क्षेत्र की निगरानी और मैपिंग के लिए उपयुक्त।
  2. रोटरी-विंग ड्रोन (मल्टी-रोटर) – स्प्रेइंग और सटीक कार्यों के लिए बेहतर।

ड्रोन के लाभ:

  1. सटीक खेती (Precision Farming): ड्रोन के सेंसर से फसल की सेहत की जानकारी मिलती है – जैसे कौन-सा हिस्सा बीमार है, पोषण की कमी है या कीट लगा है। इससे सिर्फ ज़रूरत वाले हिस्से में दवा या खाद दी जाती है।
  2. स्प्रेइंग में कुशलता: ड्रोन के जरिए कुछ ही मिनटों में बड़े खेत में समान रूप से दवा/खाद का छिड़काव किया जा सकता है। यह न केवल समय बचाता है बल्कि किसान को जहरीले रसायनों से दूर भी रखता है।
  3. मिट्टी और खेत का विश्लेषण: ड्रोन से 3D मैप बनाकर खेत की स्थिति, ढलान और मिट्टी के प्रकार की जानकारी मिलती है, जिससे बोआई और सिंचाई की बेहतर योजना बनाई जा सकती है।
  4. सिंचाई की निगरानी: ड्रोन के थर्मल सेंसर सूखे हिस्सों की पहचान कर सकते हैं, जिससे जल प्रबंधन बेहतर हो सकता है।
  5. मजदूरी पर निर्भरता कम: आज के समय में मजदूर मिलना मुश्किल है। ड्रोन से कई काम अकेले किसान कर सकते हैं, जिससे लागत भी घटती है।

भारत सरकार ने ड्रोन को कृषि में बढ़ावा देने के लिए कई योजनाएं शुरू की हैं:

  1. SMAM (Sub Mission on Agricultural Mechanization) योजना के तहत ड्रोन खरीदने पर सब्सिडी मिल रही है।
  2. PM किसान ड्रोन योजना के तहत FPOs, कृषि विश्वविद्यालयों और सरकारी संस्थाओं को ड्रोन मिलने लगे हैं।
  3. कस्टम हायरिंग सेंटर (CHC) के माध्यम से छोटे किसान किराए पर ड्रोन ले सकते हैं।

भारतीय किसान ड्रोन का कैसे लाभ उठा सकते हैं?

  1. किराए पर ड्रोन सेवा लेकर खेती में उपयोग कर सकते हैं।
  2. प्रशिक्षण प्राप्त करके खुद ड्रोन चला सकते हैं या ड्रोन ऑपरेटर बनकर रोजगार कमा सकते हैं।
  3. डेटा आधारित निर्णय लेकर खेत में उन्नत तकनीकों का उपयोग कर सकते हैं।

भारत में उपलब्ध प्रमुख कृषि ड्रोन:

  1. गरुड़ एयरोस्पेस – कृषी ड्रोन
  2. IoTechWorld – एग्रीबॉट
  3. मरुत ड्रोन
  4. Throttle Aerospace Systems – कृषि ड्रोन
  5. RoboKisan Agri Drone

भारतीय कृषि और ड्रोन भारतीय खेती का अभिन्न हिस्सा बनेंगे। जैसे ट्रैक्टर हर खेत में दिखता है, वैसे ही ड्रोन भी आम हो जाएंगे। वे स्मार्ट खेती, जल संरक्षण और फसल प्रबंधन में बड़ा योगदान देंगे।

ड्रोन अब केवल फिल्मों का हिस्सा नहीं हैं, बल्कि किसान के लिए एक जरूरी औजार बन रहे हैं। उचित प्रशिक्षण, सरकारी सहायता और सामूहिक उपयोग से ड्रोन भारतीय कृषि को स्मार्ट, टिकाऊ और लाभकारी बना सकते हैं।

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