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अपेक्षा
खेतीव्यापार आधुनिक खेती
संभावित उर्वरक और कृषि रसायन खर्च

30,000 रु.

अपेक्षित उपज

5.5  टन प्रति एकड़

अपेक्षित लाभ (रुपये)

2,10,000 रु.

पारम्परिक खेती
संभावित उर्वरक और कृषि रसायन खर्च

40,000 रु.

अपेक्षित उपज

3.5 टन प्रति एकड़

अपेक्षित लाभ (रुपये)

1,50,000 रु.

जलवायु (Climate)
  • संतरा खेती के लिए उष्ण-कटीबंधीय से लेकर उपोष्ण – कटीबंधीय जलवायु बेहतर तरीके से खेती की जा सकती है।
  • संतरा ठंड के लिए संवेदनशील है।

तापमान (Temperature)

  • 10 से  35 डिग्री सेल्सीयस तापमान उपयुक्त होता है।

जलमांग (Water Requirement)

  • इस फसल के लिए  100 से 150 मिलीमीटर जल की आवश्यक है।
मिट्टी (Soil)
  • संतरे का खेती के लिए हर प्रकार की मिट्टी में की जा सकती है।
  • रेतीली भूमि जो हल्की हो वह बेहतर होती है।
  • भूमि की जलनिकासी की स्थिति बेहतर होती है।
  • जल भराव की स्थिति में मिट्टी उपयुक्त नहीं होती हैं।

पीएच  (Ph)

  • आदर्श पीएच 6.0 से  8 होना चाहिए।
  • अगर पीएच 6 से कम है तब चुने का प्रयोग करें।
  • अगर पीएच 7.5 से अधिक है तब जिप्सम का प्रयोग करें।
प्रमुख किस्में (Variety)

किन्नू 

विशेषताएं – संकर किस्म, बड़े आकार के पौधे, घने पत्ते, चौड़ी पत्तियां, मध्यम आकार के फल, गहरे नारंगी, 12-24 बीजों वाले रसीले फल । फल जनवरी में पकते है।

कूर्ग

विशेषताएं – पेड़ सीधा, कॉम्पेक्ट पत्ते, चमकदार नारंगी फल, सामान्य से बड़ा आकार, छिलने में आसानी, 9 से 12 भाग, 15-20 बीज, रस प्रचुर मात्रा में। फरवरी – मार्च में फल आते है।

नागपूर

विशेषताएं  – नागपूर के पोकंण उपनाम, कॉमपैक्ट पत्तों के साथ फल मध्यम, 7-9 बीज, पर्याप्त मात्रा में रस

खेत की तैयारी (Preparation of Field)
  • जुताई मिट्टी की प्रकृति के अनुसार 1 से 2 बार जुताई करें व भूमि भुरभुरी हो जाए।
  • रोटावेटर का प्रयोग कर खेत को समतल कर दें।
  • खरपतवार खेत से अलग करें।  
पौधों के बीच की दूरी (Plant to Plant)
  • दो पौधों  की बीच की दूरी  -  6 मीटर
  • दो कतारों  की बीच की दूरी -  6 मीटर
खाद एवं उर्वरक (Manure & Fertilizer)

फसल के लिए एनपीके यानि नाइट्रोजन, फॉस्फोरस, व पौटेशियम का उपयोग करें।

फसल के पहले वर्ष 

  • यूरिया - 325ग्राम प्रति पेड़।
  • एसएसपी - 315ग्राम प्रति पेड़।
  • म्यूरेट ऑफ पोटास - 45 ग्राम प्रति पेड़।

फसल के दूसरे वर्ष

  • यूरिया - 650 ग्राम प्रति पेड़।
  • एसएसपी - 650 ग्राम प्रति पेड़।
  • म्यूरेट ऑफ पोटास - 90 ग्राम प्रति पेड़।

फसल के तीसरे वर्ष

  • यूरिया - 975 ग्राम प्रति पेड़।
  • एसएसपी - 945 ग्राम प्रति पेड़।
  • म्यूरेट ऑफ पोटास - 130 ग्राम प्रति पेड़।

फ़सल के चौथे वर्ष

  • यूरिया - 1300 ग्राम प्रति पेड़।
  • एसएसपी – 1250 ग्राम प्रति पेड़।
  • म्यूरेट ऑफ पोटास - 180 ग्राम प्रत पेड़।

एक से लेकर तीन वर्ष के बीच गोबर खाद 10-30 किलो प्रति पौधे के अनुसार खेत में डाले। 
यूरिया, एसएसपी व म्यूरेट ऑफ पोटाश को दो भागों में दे। गोबर खाद को एक बार में दे।

सिंचाई (Irrigation)
  • सर्दियो में प्रति 15 दिन व ग्रीष्म ऋतु में प्रति सप्ताह सिंचाई करें।
  • बूंद बूंद सिंचाई में 900 से 1200 मिमी पानी की आवश्यकता होती है।
  • 1 से 4 वर्ष के पौधे में 5-15 लीटर पानी प्रति दिन।
  • 5-8 वर्ष के पौधे में 40 से 100 लीटर पानी प्रति दिन।
  • 9 से अधिक वर्ष के पेड़ में 50 – 150 लीटर पानी की आवश्यकता होती है।

अंतराशस्य क्रियाएं (Interculture operation )

  • बुवाई के पूर्व  खरपतवार नियंत्रण के लिए  पेराक्वाट  का उपयोग 600 मिली प्रति एकड़ के अनुसार कर सकते है।
कटाई (Harvesting)
  • फल के परिपक्व होने पर तुड़ाई शुरू कर दें क्योंकि समय ज्यादा होने पर फल खराब होने लगते है।
  • जब फल का पूर्ण आकार में आ जाए तब तुड़ाई करें।
  • आमतौर पर फलों की तुड़ाई जनवरी से फरवरी के बीच शुरू हो जाती है।

उत्पादन (Yield)

औसत उपज 4 से 5 टन प्रति एकड़।