सांस की तकलीफ़ बढ़ती है — ठंडी हवा फेफड़ों पर असर डालती है।
जुकाम-खांसी बार-बार होती है — इम्युनिटी ठंड में कमजोर पड़ती है।
गठिया दर्द तेज़ होता है — ठंड से जोड़ों में अकड़न बढ़ जाती है।
अस्थमा अटैक बढ़ते हैं — प्रदूषण + ठंड मिलकर ट्रिगर करते हैं।
स्किन इंफेक्शन बढ़ जाते हैं — त्वचा सूखी होकर जल्दी संक्रमित होती है।