khetivyapar Banner
  • होम
  • ब्लॉग
  • Fig Cultivation in Hindi: अंजीर की खेती करके किसान कमाएं लाख...

Fig Cultivation in Hindi: अंजीर की खेती करके किसान कमाएं लाखों का मुनाफा

Fig Cultivation in Hindi: अंजीर की खेती करके किसान कमाएं लाखों का मुनाफा
अंजीर की खेती करके किसान कमाएं लाखों का मुनाफा

अंजीर यह एक फल होता है, जिसे सूखे मेवे के रूप में खाया जाता है। इसे फिग के नाम से भी जाना जाता है। बाजारों में आसानी से किलो के भाव में मिल जाती है। अंजीर का फल विश्व का सबसे मीठा फल माना जाता है, और इसके अंदर कैल्शियम की मात्रा काफी ज्यादा होती है। अंजीर के पेड़ की जड़ें बहुत शक्तिशाली होती हैं, जो अक्सर 10 मीटर तक की ऊंचाई तक पहुंच सकते हैं। यह हमारे शरीर के हड्यिों को मजबूत करने में मदद करता है। अंजीर के एक पौधे से लगभग 20 किलो फल प्राप्त होते हैं। सूखे अंजीर हमारे शरीर के लिए काफी लाभदायक मानी जाती है। अंजीर सर्दी और उष्णकटिबंधीय क्षेत्र के पौधे होते हैं जो नियमित सूर्य प्रकाश की आवश्यकता होती है। अंजीर महाराष्ट्र, गुजरात तथा तमिलनाडु राज्य में ज्यादातर उगाया जाता है। इसे उगाने के लिये दोमट मिट्टी की जरूरत होती है। अंजीर का पौधा एक बार फल देने के बाद 50-60 वर्षों तक फल देते ही रहते हैं। फल गर्मियों के मौसम में पकते हैं। फल का रंग हरा-पीला होता है, जो अप्रैल से जून के मध्य फल आने शुरू हो जाते हैं। 

अंजीर की खेती के लिये मिट्टी, जलवायु और तापमान:

अंजीर सभी प्रकार की मिट्टी में उगाई जा सकती है। मिट्टी का पी.एच. मान 6-7 के बीच बीच होना चाहिए। इसके पौधे को अच्छी तरह विकास के लिये 25-30 डिग्री तापमान की आवश्यकता होती है। ज्यादा तापमान सहन करने की क्षमता होती है। कम पानी की आवश्यकता होती है। गर्म सूखी छायादार रहित उपोष्ण व शीतोष्ण परिस्थितियों में अच्छी तरह वृद्धि करता है। तथा जैविक खाद में अधिक वृद्धि करता है। 

अंजीर उगाने का तरीका तथा किसानों को लाभ:

अंजीर की खेती करने के लिये जिस प्रकार बाग लगाया जाता है, उसी प्रकार अंजीर भी लगाया जाता सबसे पहले 8X8 के गढ्ढे खोदना है। उन्हीं गढ्ढों में खाद डाल देना है। खाद मिट्टी के अन्दर मिल जायेगी इसके बाद पौधा लगाना है। एक एकड़ के खेत में 680 पौधे लगाये जा सकते हैं। इसका पौधा छोटा तथा कम पानी की आवश्यकता होती है। इसमें पाईप के द्वारा पानी नहीं लगाना है। 1 घंटे ड्रिप के  द्वारा सिंचाई की जा सकती है। 3-4 माह में पौधा वृद्धि करने लग जायेगा।
बाजार में अंजीर की कीमत 100-150 रूपये प्रति किलो है। एक पौधे पर 6 किलो अंजीर फल देता है। एक एकड़ के अन्दर 680 पौधे लगाये जा सकते हैं। हर पौधे पर 6 किलो फल होता है, तो 4080 किलो अंजीर का उत्पादन होगा। इसे बाजार में बेचकर 5-6 लाख रूपये तक की कमाई की जा सकती है, जिससे किसान भाईयों को अच्छा मुनाफा होगा।

अंजीर की उन्नत किस्म Improved Variety of Fig:

  1. पूना यह किस्म वृक्षों की विविधता में असाधारण कठोरता होती है, और विभिन्न प्रकार के वातावरणों के लिए अनुकूल होते हैं। इसके फल की त्वचा हरी-पीली होती है तथा यह डिब्बाबंद जेली बनाने और कच्चे उपभोग के लिए बहुत अच्छा है। इसके अंदर बीमारियाँ बहुत कम लगती हैं।
  2. अफगानी यह किस्म तीन माह में फल देना शुरू कर देता है। यह अत्यधिक पौष्टिक होते हैं और स्वस्थ वसा, एंटीऑक्सीडेंट, विटामिन और खनिजों से भरपूर होते हैं। यह प्रजनन स्वास्थ्य को बढ़ावा देता है। 
  3. सामान्य अंजीर आम अंजीर भारत में सबसे लोकप्रिय किस्म है। पेड़ की पत्तियाँ और तने तोड़ने पर दूधिया रस छोड़ते हैं।

अंजीर के स्वास्थ्य लाभ Health Benefits of Figs: अन्जीर एक ऐसा आहार है जो फाइबर से भरपूर होता है और यह वजन को नियंत्रित करने और कम करने में मदद करता है। अन्जीर का सेवन करने से आपको भूख का अहसास होता है जबकि आपकी भूख को रोकता है। इससे हर भोजन के बीच लंबे अंतर बनाए रखने में मदद मिलती है और समय के साथ भोजन की मात्रा को धीरे-धीरे कम करती है। अन्जीर अनेक पाचन संबंधी समस्याओं जैसे कि कब्ज, पेट दर्द, आदि के इलाज में भी मदद करता है। अन्जीर में फाइबर के उच्च स्तर होते हैं जो मल को नरम और बल्कीकृत करते हैं। अन्जीर का सेवन करने से भोजन का पाचन तंत्र में भोजन के चलन को तेजी से बढ़ावा मिलता है और पाचन को तेजी से कारगर बनाता है। अन्जीर में कई एंटीऑक्सीडेंट्स भी होते हैं जो त्वचा को साफ करने और त्वचा के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद करते हैं। 

अन्जीर का महत्व Importance of Figs: प्राचीन ओलंपिक स्तर के खिलाड़ी अक्सर अन्जीर का सेवन करते थे क्योंकि इसमें अधिक पोषक तत्व होते थे। यह युवा लोगों की शक्ति को बढ़ाता है, बुजुर्ग लोगों के स्वास्थ्य को बेहतर बनाता है और सभी लोगों में बूढ़ापे के प्रभाव को धीमा करता है। अन्जीर को मिस्र में जीवन का पेड़, माना जाता है। अन्जीर हर आधुनिक धर्म में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।

ये भी पढ़ें... फसल चक्र अपनाकर खेती में कर सकते हैं, अधिक उत्पादन और फसल बदलाव

लेटेस्ट
khetivyapar.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण जानकारी whatsapp WhatsApp चैनल से जुड़ें