यह एक वायरल रोग है जो मुख्यतः चूसक कीट (जैसे जेसिड/व्हाइटफ्लाई/माइट) द्वारा फैलता है।
• पौधे का विकास रुक जाना।
• नई पत्तियाँ छोटी विकृत और गहरे हरे रंग की।
• फूल और फलियाँ बहुत कम बनती हैं या बिल्कुल नहीं बनतीं।
• पूरा पौधा बौना और बाँझ हो जाता है।
रोगी पौधों को तुरंत उखाड़कर नष्ट करें।
रोग-प्रतिरोधी किस्मों का प्रयोग करें।
खेत की साफ-सफाई और खरपतवार हटाएँ ताकि वायरस वाहक कम हों।
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